अमिताभ बच्चन से पहले हुई थी दोस्ती, फिर भाई अजिताभ से हुआ रिश्ता: भाभी रमोला बच्चन का अनसुना किस्सा

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की ज़िंदगी अक्सर सुर्खियों में रहती है, लेकिन उनके निजी जीवन से जुड़े कुछ पहलू अब भी लोगों के लिए अनजाने हैं। हाल ही में उनकी भाभी रमोला बच्चन ने एक इंटरव्यू में उस रिश्ते का खुलासा किया जो शादी से भी पहले अमिताभ और उनके बीच पनपा था। उन्होंने बताया कि कैसे अमिताभ ने उन्हें न सिर्फ एक सच्चा दोस्त माना, बल्कि भाई अजिताभ से उनका जीवनसाथी बनने का रास्ता भी खोला। यह कहानी सिर्फ एक पारिवारिक रिश्ता नहीं, बल्कि दोस्ती, विश्वास और आत्मीयता की मिसाल है।

अमिताभ से पहले हुई दोस्ती, फिर मिला जीवनसाथी

अपने हालिया इंटरव्यू में रमोला बच्चन ने बताया कि उनकी अमिताभ बच्चन से पहचान उनकी शादी से पहले ही हो चुकी थी। दोनों की पहली मुलाकात कोलकाता में हुई थी, जहां अमिताभ अपने करियर की शुरुआती दिनों में काम कर रहे थे। रमोला ने कहा, हम एक ही सोशल सर्कल में थे और बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे। उस वक्त मैंने अजिताभ को देखा तक नहीं था।

अमिताभ बने रिश्ते की कड़ी

रमोला ने बताया कि अमिताभ ही वो शख्स थे, जिन्होंने उन्हें अजिताभ से मिलवाया और यही दोस्ती बाद में रिश्तेदारी में बदल गई। उन्होंने कहा, अमिताभ की फिल्मों में आने से पहले की बात है। तब उनकी अभिनय में रुचि जरूर थी, लेकिन करियर का रास्ता तय नहीं हुआ था।

रिश्तों में दूरियां नहीं, समझ और अपनापन है


हालांकि अजिताभ और उनका परिवार अब लंदन में रहते हैं, फिर भी रमोला ने बताया कि परिवारों के बीच घनिष्ठ संबंध आज भी कायम हैं। उन्होंने कहा, जब भी हम भारत आते हैं या अमिताभ लंदन में होते हैं, हमारी मुलाकात जरूर होती है। हमारे बच्चों का आपस में भी गहरा जुड़ाव है।

अमिताभ हमेशा परिवार को प्राथमिकता देते हैं

रमोला बच्चन ने अमिताभ के व्यक्तित्व के पारिवारिक पक्ष पर रोशनी डालते हुए कहा, वे एक बेहद संवेदनशील और पारिवारिक व्यक्ति हैं। चाहे जितना व्यस्त हों, परिवार से जुड़े खास अवसर उन्हें हमेशा याद रहते हैं। वे हर बार हमें कॉल करके शुभकामनाएं देते हैं। मेरे बच्चे भी उन्हें बहुत मानते और प्यार करते हैं।

परिवार में सादगी, रिश्तों में गहराई

रमोला और अजिताभ बच्चन के चार बच्चे हैं—भीम, नम्रता, नैना और नीलिमा बच्चन। उन्होंने यह भी बताया कि अमिताभ बच्चन उनके बच्चों के लिए सिर्फ एक सितारा नहीं, बल्कि सच्चे मार्गदर्शक और आत्मीय चाचा हैं।

शोहरत से परे, रिश्तों की बुनियाद

यह कहानी बताती है कि अमिताभ बच्चन की जिंदगी सिर्फ फिल्मों और प्रसिद्धि तक सीमित नहीं, बल्कि उनके पारिवारिक संबंधों की गहराई भी उतनी ही मजबूत है। रमोला बच्चन के शब्दों में झलकता है एक ऐसा पक्ष, जो शायद कभी सुर्खियों में नहीं आया—रिश्तों में परिपक्वता, अपनापन और सच्ची संवेदनशीलता।