भारत के मशहूर लेकर रस्किन बांड हुए 82 के

भारत के हिमाचल प्रदेश के कसोली शहर मे जन्मे रस्किन बांड एक, विश्व प्रसिद्ध अंग्रेज़ी के लेखक है. इनका जन्म 19 मई,1934 को हुआ है. बांड का बचपन जामनगर व शिमला मे बिताया है. अपने पिता की अचानक मृत्यु के बाद ये अपनी दादी के साथ रहने लगे तब इनकी उम्र सिर्फ 10 थी. इन्होने अपनी पढाई शिमला के बिशप कॉटन से स्कूल से पूरी की इसके बाद वे लन्दन चले गये.

बचपन से ही इन्हें लिखने मे काफी रूचि थी इसलिए कॉलेज तक आते आते बांड कड़ी अच्छे लेखक हो गये थे. कॉलेज मे बांड ने कई अवार्ड भी जीते थे.

17 साल की उम्र मे इन्होने अपना पहला उपन्यास 'रूम ऑन द रूफ' लिखा. इसके लिए इन्हें 1957 मे जॉन लिवेलिन राइस पुरुस्कार से भी सम्मानित किया गया. इंग्लैंड मे यह पुरुस्कार 30 साल से कम उम्र के कोमन वेल्थ नागरिको को प्रकाशित अंग्रेज़ी लेखन के लिए दिया जाता है.

रस्किन बांड को 1999 मे भारत सरकार द्वारा साहित्य के क्षेत्र मे योगदान देने के लिए पदम् श्री पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था. वर्ष 2014 मे भी भारत सरकार द्वारा बांड को पदम् भूषण से सम्मानित किया गया. ओवर ट्रीज स्टील ग्रो इन देहरा के लिए इन्हें साहित्य अकादमी पुरुस्कार दिया गया.

बांड की रचनाओ मे 'फ्लाइट ऑफ पिजन्स' (कबूतर की उड़ान) और 'एंग्री रिवर' (अप्रसन्न नदी) जैसे उपन्यासों पर फिल्मे बन चुकी है. फिल्म अभिनेता और निर्माता शशि कपूर और निर्देशक श्याम बेनेगल ने 80 के दशक मे 'फ्लाइट ऑफ़ पिजन्स' पर ही जूनून नाम से एक एतिहासिक प्रेम पर आधरित फिल्म बनाई. विशाल भारद्वाज ने भी इनके उपन्यास 'सुजेन सेवेन हसबैंड' पर 7 खून माफ़ जैसी रोमांटिक थ्रिलर फिल्म बनाई. और साथ ही साथ बाल कथा 'द ब्लू अम्ब्रेला' नाम से भी हास्य ड्रामा पर आधारित फिल्म बन चुकी है