आमिर खान की 'सितारे ज़मीन पर' फंसी विवादों में! सेंसर बोर्ड से ठनी, 20 को रिलीज़ पर मंडराया खतरा!

बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान की आगामी फिल्म सितारे ज़मीन पर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सेंसर बोर्ड (CBFC) द्वारा मांगे गए दो कट्स को लेकर आमिर खान ने सहमति नहीं दी है, जिसके चलते फिल्म की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया फिलहाल रोक दी गई है। यह फिल्म 20 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ होनी है, लेकिन सेंसर प्रमाणपत्र न मिलने के कारण अभी तक इसकी एडवांस बुकिंग भी शुरू नहीं हो सकी है।

CBFC ने मांगे दो कट्स, आमिर ने किया इनकार

फिल्म इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार, CBFC ने फिल्म सितारे ज़मीन पर में दो दृश्य या संवाद हटाने की सिफारिश की है। परंतु फिल्म के निर्माता आमिर खान और निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना इन कट्स को लेकर सहमत नहीं हैं। दोनों का मानना है कि फिल्म को पूरे संदर्भ में देखा जाए तो ये दृश्य पूरी तरह उपयुक्त हैं।

सूत्र ने कहा, CBFC ने दो कट्स सुझाए हैं, लेकिन आमिर खान ने उन्हें मानने से इनकार कर दिया है। जब तक वह इन पर सहमत नहीं होते, फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा।

CBFC से फिर होगी बैठक

अब आमिर खान CBFC की एग्ज़ामिनिंग कमेटी से सोमवार को फिर मुलाकात करेंगे और अपनी बात रखेंगे। अगर बातचीत सफल रहती है तो उम्मीद है कि फिल्म को 16 जून तक सर्टिफिकेट मिल जाएगा और इसके बाद एडवांस बुकिंग शुरू की जा सकेगी।

बॉक्स ऑफिस नियमों के अनुसार, बिना सेंसर सर्टिफिकेट के कोई भी फिल्म की टिकट बिक्री शुरू नहीं की जा सकती।

ब्रिटिश सेंसर बोर्ड ने दे दी मंजूरी


दिलचस्प बात यह है कि फिल्म को ब्रिटिश सेंसर बोर्ड (BBFC) ने पहले ही 12A सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया है। उनकी वेबसाइट के अनुसार फिल्म में भेदभाव और मध्यम स्तर के यौन संदर्भ शामिल हैं। फिल्म की लंबाई 2 घंटे 35 मिनट बताई गई है।

फिल्म की रिलीज योजना में बदलाव


पहले आमिर की योजना फिल्म को सीमित शो के साथ रिलीज़ करने की थी, ताकि वर्ड ऑफ माउथ के ज़रिए दर्शक खिंचें। लेकिन अब एग्ज़िबिटर सेक्टर की मांग पर फिल्म को 3000 से 3500 स्क्रीन्स पर रिलीज़ किया जाएगा।

फिल्म में आमिर खान के साथ जेनेलिया देशमुख भी अहम भूमिका में नजर आएंगी।

सितारे ज़मीन पर केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि आमिर खान की उस सोच का हिस्सा है जो परिपक्व सिनेमा और सामाजिक संदेशों को लेकर प्रतिबद्ध है। अब देखना यह है कि CBFC और आमिर खान के बीच रचनात्मक संवाद से कोई समाधान निकलता है या यह मामला और बढ़ता है।