बॉक्स ऑफिस की जंग: सितारे ज़मीन पर बनाम कुबेर – आमिर की वापसी भारी या साउथ का जलवा कायम?

20 जून 2025 को हिंदी और दक्षिण भारतीय सिनेमा के बीच सीधी भिड़ंत देखने को मिली — एक ओर थे आमिर खान अपनी नई फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ के साथ, और दूसरी ओर थी साउथ सिनेमा की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘कुबेर’। दोनों फिल्में बड़े बजट, बड़ी स्टारकास्ट और ऊंची उम्मीदों के साथ रिलीज़ हुईं। ऐसे में दर्शकों और ट्रेड एनालिस्ट्स की नजर इस टकराव पर टिक गई कि आखिर बॉक्स ऑफिस पर किसका सिक्का चलेगा?

शुरुआती प्रदर्शन: किसने मारी बाज़ी?

‘सितारे ज़मीन पर’ ने जहां पहले दिन ₹10.7 करोड़ से खाता खोला, वहीं ‘कुबेर’ ने उसे पछाड़ते हुए ₹14.75 करोड़ की ओपनिंग की। शुरुआती झटके में ऐसा लगा कि साउथ की फिल्म बॉलीवुड पर भारी पड़ने जा रही है।

पर जैसे-जैसे वीकेंड बढ़ा, आमिर खान की फिल्म ने रफ्तार पकड़ ली। शनिवार को 88.79% की उछाल के साथ ₹20.2 करोड़ और रविवार को ₹29.22 करोड़ की कमाई ने साबित कर दिया कि ‘सितारे’ लंबी दौड़ का घोड़ा है। इसके मुकाबले, ‘कुबेर’ ने शनिवार को ₹16.5 करोड़ और रविवार को ₹17.62 करोड़ की कमाई की।

पहला वीकेंड कलेक्शन

—सितारे ज़मीन पर: ₹60.28 करोड़

—कुबेर: ₹49.07 करोड़

कंटेंट की बात: इमोशन बनाम एक्शन

‘सितारे ज़मीन पर’ जहां एक इमोशनल ड्रामा है, जो शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और माता-पिता के रिश्तों को दर्शाता है, वहीं ‘कुबेर’ पूरी तरह से एक्शन, राजनीति और धन-सत्ता के इर्द-गिर्द घूमती एक मसालेदार साउथ एंटरटेनर है।

आमिर की फिल्म की USP है उसकी संवेदनशील कहानी और दमदार परफॉर्मेंस, जबकि ‘कुबेर’ ने अपने वीएफएक्स, ग्रांड प्रोडक्शन और बड़े एक्शन सीक्वेंस से युवाओं को आकर्षित किया। यहां यह स्पष्ट हुआ कि ‘कुबेर’ में विजुअल ग्रैविटी थी, लेकिन ‘सितारे’ में भावनात्मक पकड़।

स्टार पावर और वापसी का असर

आमिर खान ‘लाल सिंह चड्ढा’ की असफलता के बाद इस फिल्म से वापसी कर रहे थे, इसलिए ट्रेड सर्कल में उन पर सवालिया निगाहें थीं। लेकिन ‘सितारे ज़मीन पर’ के पहले वीकेंड ने आमिर की स्टार पावर को दोबारा साबित कर दिया।

दूसरी तरफ, ‘कुबेर’ में धनुष जैसे बड़े सितारे थे, पर वह अखिल भारतीय स्तर पर आमिर जितनी पहचान नहीं रखते। फिल्म की क्षेत्रीय अपील मजबूत रही, लेकिन हिंदी पट्टी में वैसा क्रेज नहीं बन पाया।

मार्केटिंग और पहुंच: किसकी थी मजबूत रणनीति?

‘कुबेर’ ने साउथ बेल्ट में बड़ी ओपनिंग पाई क्योंकि उसका प्रचार तमिल, तेलुगु और कन्नड़ भाषाओं में आक्रामक था। हिंदी बेल्ट में इसकी पहुंच सीमित रही। वहीं ‘सितारे ज़मीन पर’ ने टीवी इंटरव्यू, सोशल मीडिया अभियानों और स्कूल-युवाओं से जुड़ी थीम के ज़रिए बड़े वर्ग को टारगेट किया।

इस लिहाज़ से आमिर की टीम की मार्केटिंग रणनीति ज्यादा राष्ट्रीय स्तर पर असरदार रही।

भविष्य की संभावनाएं: कौन पहुंचेगा 100 करोड़ क्लब में?


‘सितारे ज़मीन पर’ का पहले वीकेंड का प्रदर्शन बताता है कि यह फिल्म अगले 4-5 दिनों में ₹100 करोड़ क्लब में एंट्री कर सकती है। इसे आमिर की 8वीं 100 करोड़ फिल्म माना जा रहा है।

‘कुबेर’ की ग्रोथ दर अब धीमी हो रही है। हालांकि साउथ बेल्ट में यह फिल्म ₹100 करोड़ पार कर सकती है, पर अखिल भारतीय स्तर पर इसकी संभावना थोड़ी कम लग रही है।

कौन रहा विजेता?

बॉक्स ऑफिस वीकेंड कलेक्शन: सितारे ज़मीन पर आगे

कंटेंट की गहराई: सितारे ज़मीन पर

विजुअल ग्रांट और एक्शन: कुबेर

स्टार पावर और ऑल इंडिया अपील: सितारे ज़मीन पर

लंबी दौड़ की संभावना: सितारे ज़मीन पर

इस तुलना से साफ है कि ‘सितारे ज़मीन पर’ ने न केवल ‘कुबेर’ को कमाई में पछाड़ा है, बल्कि कंटेंट और अपील के लिहाज से भी बाज़ी मार ली है। यह आमिर खान के लिए न सिर्फ एक सफल वापसी है, बल्कि बॉलीवुड के लिए भी राहत का संकेत है कि अच्छी कहानी और भावनात्मक जुड़ाव आज भी दर्शकों को सिनेमाघरों तक ला सकते हैं।