गत 25 जनवरी को अक्षय कुमार ने निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ के सामने से अपनी फिल्म ‘पैडमैन’ को हटाकर बॉलीवुड से जबरदस्त तारीफें पाई। संजय लीला भंसाली के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि ‘पद्मावत’ को एकल प्रदर्शन की जबरदस्त आवश्यकता है जिसे देखते हुए वे अपनी फिल्म ‘पैडमैन’ को दो सप्ताह के लिए आगे सरका रहे हैं। हालांकि बॉलीवुड के गलियारों में अक्षय कुमार के लिए कहा गया कि उन्होंने सोची हुई रणनीति के तहत अपनी फिल्म को हटाया क्योंकि पैडमैन पद्मावत के सामने कहीं नहीं टिक सकती थी।
बॉलीवुड का यह कथन सही साबित हुआ, तब जब पैडमैन बॉक्स ऑफिस पर सामान्य फिल्म साबित होकर रह गई। पिछले दो सप्ताह में इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 75 करोड़ का कारोबार किया है। यह पिछले तीन साल में अक्षय कुमार की दूसरी सबसे कमजोर फिल्म साबित हुई है। इससे पहले उनकी संजय लीला भंसाली निर्मित ‘गब्बर इज बैक’ ने बॉक्स ऑफिस पर 80 करोड़ का कारोबार किया था।
एक बार फिर से अक्षय कुमार उन्हीं परिस्थितियों का शिकार हो रहे हैं। उनकी फिल्म ‘गोल्ड’ 15 अगस्त को प्रदर्शित होने जा रही है, जिसके सामने कंगना रनौत की फिल्म मणिकार्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी का प्रदर्शन होने जा रहा है। कहा जा रहा है कि यदि अक्षय कुमार वाकई में बड़े दिलवाले हैं तो क्या वे इस बार भी अपनी फिल्म की प्रदर्शन तिथि में बदलाव करना पसन्द करेंगे।
मणिकार्णिका ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित महंगी फिल्म है, जिसके चलते उसे एकल प्रदर्शन की सख्त आवश्यकता है। हालांकि अपनी फिल्म को लेकर कंगना रनौत पूरी तरह से संतुष्ट हैं। उन्हें विश्वास है कि दर्शक उनकी फिल्म को जरूर सफल बनायेंगे। गौरतलब है कि इस फिल्म के साथ कंगना रनौत अभिनेत्री के साथ-साथ निर्माता के रूप में भी जुड़ी हुई हैं।
वहीं अक्षय कुमार ने भी हाल ही में दिए अपने एक साक्षात्कार में कहा था कि एक ही दिन दो फिल्मों का प्रदर्शन आराम से हो सकता है। उनकी फिल्म के सामने कोई सी भी फिल्म आ रही हो। ऐसे में अब देखना यह है कि क्या अक्षय कुमार आने वाले समय में अपने इस बयान पर कायम रह पाते हैं या फिर वे यू टर्न लेते हुए स्वयं को मणिकार्णिका के सामने से हटा लेते हैं।