खास रिपोर्ट : 'टाइगर जिंदा है': बड़ा सवाल - क्या ऐसी सफलता को फिर दोहरा पाएंगे सलमान खान?

वर्ष 2017 ने जाते-जाते फिल्म उद्योग को पहली और आखिरी तीन सौ करोड़ी फिल्म दी 'टाइगर जिंदा है' के नाम से। सलमान खान और कैटरीना कैफ अभिनीत अली अब्बास जफर निर्देशित यह फिल्म 5 जनवरी 2018 को 300 करोडी क्लब में शामिल होने जा रही है। गुरुवार 4 जनवरी तक इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अनुमानत: 293 करोड का कारोबार करने में सफलता प्राप्त कर ली है। यह सलमान खान के करियर की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म है। इससे पूर्व उन्होंने 2015 में 'बजरंगी भाईजान' दी थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 320 करोड़ का कारोबार किया था।

सलमान खान पिछले एक दशक से बॉक्स ऑफिस के सरताज बने हुए हैं। इस एक दशक में उनकी प्रदर्शित सभी फिल्मों ने 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया, फिर भी वह 'जय हो' या 'ट्यूबलाइट' जिन्हें असफल माना जाता है। हालांकि इन दोनों फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर क्रमश: 112 करोड़ एवं 121 करोड़ का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की है।

वैसे तो बॉलीवुड में वर्तमान में एक बेहतरीन अभिनेता कार्य कर रहे हैं। इन सभी अभिनेताओं की फिल्में दर्शकों द्वारा सराही जा रही है, जिसके बूते बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिल रही है। लेकिन इन सितारों में बॉक्स ऑफिस सिर्फ सलमान खान, आमिर खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन के सामने नतमस्तक होता है। शाहरुख खान का नाम अब इसमें शामिल नहीं किया जाता, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में उनकी फिल्मों को असफलता मिल रही है। शाहरुख की गत वर्ष प्रदर्शित हुई जब हैरी मैट सेजल भी असफल हुई। यह फिल्म अपनी लागत वसूल करने में कामयाब नहीं हो पायी। इस फिल्म की असफलता ने उनके करियर पर सवालिया निशान लगा दिया है।

बहरहाल बात सलमान खान की हो रही है। 'टाइगर जिंदा है' को मिली सफलता ने एक प्रश्न उठाया है कि क्या आने वाली दो वर्षों 2018 और 2019 में सलमान खान बॉक्स ऑफिस पर इतना ही कहर बरपाते नजर आ सकते हैं। उनकी इन दो वर्षों में कम से कम पाँच फिल्मों—रेस-3, दबंग-3, भारत और डांसिंग डैड के साथ-साथ किक-2 के प्रदर्शित होने की उम्मीद की जा रही है। हालांकि इनमें से सिर्फ तीन फिल्मों के आधिकारिक प्रदर्शित होने की पुष्टि है। जो फिल्में प्रदर्शित होंगी वे हैं—रेस-3, भारत और दबंग-3। इनमें से दो फिल्में अपने एक्शन और तेज रफ्तार के लिए जानी जाती हैं, जबकि उनकी तीसरी फिल्म 'भारत' पूरी तरह से एक मार्मिक कहानी है।

'भारत' का लेखन निर्देशन अली अब्बास जफर कर रहे हैं, जो सलमान खान के साथ 'सुल्तान' जैसी भावनात्मक फिल्म दे चुके हैं। इस फिल्म में कई ऐसे दृश्य थे, जहाँ सलमान खान ने दर्शकों की आँखें गीली करने में सफलता प्राप्त की। 'भारत' कोरियन फिल्म 'ओड टू माई फादर' का आधिकारिक रीमेक है, जिसका निर्माण सलमान खान के बहनोई अतुल अग्निहोत्री करने जा रहे हैं। इस फिल्म का कथानक 1947 से 2002 तक के भारत पर आधारित है जिसमें विभाजन की त्रासदी शामिल है। फिल्म का कथानक एक ऐसे व्यक्ति पर जो विभाजन के बाद अपने पूरे परिवार को भारत भेज देता है और स्वयं अपनी बेटी को खोजने के लिए पाकिस्तान में रुक जाता है। जिस कोरियन फिल्म पर यह फिल्म बनाई जा रही है उसने प्रदर्शन वर्ष में बॉक्स ऑफिस भारी कामयाबी प्राप्त की थी। पूरी तरह से भावनाओं के ज्वार से भरी इस कहानी के साथ क्या सलमान खान न्याय कर पाएंगे यही एक प्रश्न इन दिनों बॉलीवुड के गलियारों में घूम रहा है।

रेस-3 और दबंग-3 सफल फ्रेंचाइजी फिल्में हैं। इन फिल्मों की सफलता में इनके पिछले संस्करणों की अहम् भूमिका रहेगी। दर्शकों को पहले से ही ज्ञात है कि इन फिल्मों में सलमान खान एक बार फिर से जबरदस्त एक्शन करते नजर आएंगे। 'रेस-3' की सफलता तय है लेकिन यह उतनी सफल नहीं होगी जितनी पिछली फिल्में हुई हैं। कारण साफ है कि इसका निर्देशन रेमो डिसूजा कर रहे हैं जिन्होंने अब तक कोरियोग्राफी की है और बतौर निर्देशक नृत्यों पर आधारित 'एबीसीडी' नामक दो फिल्मों का निर्देशन किया है। हालांकि यह दोनों फिल्में सफल रही हैं। लेकिन रेस-3 तेज गति और एक्शन वाली फिल्म हैं क्या रेमो उसके साथ न्याय कर पाएंगे।

अरबाज खान द्वारा निर्मित दबंग-3 का निर्देशन प्रभु देवा करने जा रहे हैं जिन्होंने सलमान खान की असफल करियर को नई ऊँचाई प्रदान की थी। प्रभु देवा ने अपनी पहली निर्देशित फिल्म 'वांटेड' के जरिए सलमान को भारी सफलता का स्वाद चखाया जो बदस्तूर जारी है। इसलिए यह फिल्म पिछली दोनों फिल्मों 'दबंग' और 'दबंग-2' आगे जाने की उम्मीद है। इस तरह से देखा जाए तो संदेहास्पद स्थिति सिर्फ और सिर्फ 'भारत' (ओड टू माई फादर रीमेक) की है। दर्शक सलमान खान को एक्शन करते हुए ही पसन्द करता है वह उसे रोते और मायूस होते देखना पसंद नहीं करता। इसके अतिरिक्त इस फिल्म में सलमान खान अपनी उम्र से 15 वर्ष बड़े व्यक्ति की भूमिका में नजर आएंगे। बूढ़े सलमान खान को दर्शक कितना पसन्द करेंगे यह तो अभी वक्त के गर्भ में है लेकिन एक आशा की किरण जरूर नजर आ रही है कि इसके निर्देशक अली अब्बास जफर इस फिल्म के जरिए सलमान खान के अनछुए पहलू को दर्शाने में जरूर सफल होंगे, जैसा कि उन्होंने अब तक दोनों फिल्मों 'सुल्तान' और 'टाइगर जिंदा है' में किया है।

राजेश कुमार भगताणी