पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की लाइफ पर बन रही फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के निर्देशक और फिल्मकार विजय रत्नाकर गुट्टे को 34 करोड़ रुपये से ज्यादा की वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया है। जीएसटी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीएसटीआई) ने गुरुवार को ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के निर्देशक गुट्टे को गिरफ्तार किया और यहां की मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया। उनकी फर्म, वीआरजी डिजिटल कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड पर फेक इनवॉइस के जरिए जीएसटी संबंधी फ्रॉड करने का आरोप है। विजय पर सीजीएसटी एक्ट की धारा 132 (1)(सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अदालत ने उन्हें 14 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
अधिकारी ने बताया कि गुट्टे की कंपनी वीआरजी डिजिटल कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड ने कथित रूप से एनीमेशन और दूसरी सेवाओं के लिए एक दूसरी कंपनी होरिजन आउटसोर्स सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से 34.37 करोड़ रुपये के जीएसटी संबंधी 149 फर्जी बिल हासिल किए। हॉरिजन कंपनी पहले ही 170 करोड़ रुपए के जीएसटी फ्रॉड आरोप में सरकारी एजेंसी की रडार पर है।
एजेंसी ने कहा कि ऐसा कर गुट्टे और उनकी कंपनी ने धोखाधड़ी की और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया। इस साल मई में डीजीजीएसटीआई ने जीएसटी संबंधी कथित धोखाधड़ी के लिए होरिजन आउटसोर्स सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक को गिरफ्तार किया था। गुट्टे ‘इमोशनल अत्याचार’, ‘टाइम बारा वेट’ और ‘बदमाशियां’ जैसी फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं। ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म है। फिल्म इस साल 21 दिसंबर को रिलीज होगी। ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल और उनके कामकाज के तरीकों पर उनके तत्कालीन मीडिया सलाहकार संजय बारू द्वारा लिखी गयी इसी नाम की किताब पर आधारित है।