गत 28 दिसम्बर को प्रदर्शित हुई रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) की फिल्म ‘सिम्बा’ में नजर आई सारा अली खान (Sara Ali Khan) अपनी हालिया सफलता से खासी अभिभूत हैं। हालांकि ‘सिम्बा (Simmba)’ में उनकी भूमिका को लेकर दर्शकों ने उनसे नाराजगी जाहिर की थी। उनका कहना था कि जब ‘केदारनाथ’ से इतना अच्छा डेब्यू मिला तो फिर उन्होंने क्योंकर ‘सिम्बा’ में काम किया। ‘सिम्बा’ के प्रमोशन के दौरान और प्रदर्शन के बाद मिली सफलता ने सारा को मीडिया की लाइम लाइट में ला दिया है। इन दिनों वे मीडिया से लगातार रू-ब-रू हो रही हैं।
हाल ही में दिए अपने एक साक्षात्कार में जब सारा से यह पूछा गया कि शुरू से ही अभिनेत्री बनना चाहती थीं तो, फिर उन्होंने कोलंबिया युनिवर्सिटी का रुख क्यों किया, इस पर उन्होंने कहा कि उनके लिए शिक्षा नौकरी पाने का जरिया नहीं थी। शिक्षा ने उन्हें आत्मविश्वास से भरपूर शख्सियत बनाया है। शिक्षा जीवन को अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
अभिनेत्री ने यह पूछे जाने पर कि ज्याादतर उनकी परवरिश मां ने की, ऐसे में पिता के आसपास न होने की कमी क्या उन्होंने महसूस की तो उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि एक ही घर में नाखुश माता-पिता के रहने से अच्छा अलग-अलग घरों में खुश माता-पिता का रहना है। मेरी मां ने मुझे कभी भी किसी चीज की कमी नहीं महसूस होने दी। मेरे और मेरे भाई के पैदा होने पर मेरी मां ने कुछ और नहीं किया, हमारी परवरिश व देखभाल पर ही पूरा ध्यान दिया।’
सारा अली खान से जब पूछा गया कि तैमूर को उनके पिता सैफ अली खान बहुत ज्यादा प्यार करते हैं, ध्यान रखते हैं, जो उन्हें कभी नहीं मिला तो क्या वह जलन महसूस करती हैं, इस पर उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल नहीं। वह मेरा भाई है। जब मेरे पिता हमारे साथ रहते थे, तो मेरा पूरी तरह ख्याल रखते थे। जब वह चले गए, तो भी मेरा पूरा ख्याल रखते रहे।’