'भूलभूलैया' और 'गोलमाल अगेन' जैसी फिल्मों को छोड़ दें तो दर्शकों के बीच हॉरर कॉमेडी फिल्मों को अच्छा रिस्पॉन्स भी नहीं मिला है लेकिन राजकुमार राव Rajkumar Rao और श्रद्धा कपूर Shraddha Kapoor की रिलीज हुई हॉरर कॉमेडी फिल्म 'स्त्री Stree' आपको कई मायनों में अलग लग सकती है।
फिल्म 'स्त्री' एक सच्ची घटना से प्रेरित बताई जाती है। हालांकि, फिल्म में डायरेक्टर अमर कौशिक ने हॉरर के साथ कॉमिडी का भी तड़का लगा दिया है। फिल्म की शूटिंग भोपाल में एक ऐसी जगह की गई है, जहां ऐसी घटनाओं के बारे में सुनने में आता रहता है। फिल्म में विक्की (राजकुमार राव) एक टेलर है। एक दिन उसकी मुलाकात स्त्री (श्रद्धा कपूर) से होती है। विक्की और उसका दोस्त बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) मिलकर स्त्री को पटाने की हर कोशिश करते हैं, लेकिन जब उन्हें स्त्री की अजीब हरकतों के चलते उस पर शक होता है, तो वे रुद्रा (पंकज त्रिपाठी) की शरण में जाते हैं, जो उन्हें स्त्री की सच्चाई से परिचित कराता है। दरअसल, गांव में स्त्री नाम की चुड़ैल का इतना खौफ होता है कि उससे बचने के लिए गांव के लोग अपने घर की दीवार पर ‘ओ स्त्री कल आना’ लिखवा लेते हैं। वहीं गांव का लड़का विक्की (राजकुमार राव) स्त्री नाम की चुड़ैल को महज अफवाह मानता है।
फिल्म की कहानी में ट्विस्ट तब शुरू होता है जब विकी और बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) के दोस्त जना (अभिषेक बनर्जी) को स्त्री अपना शिकार बना लेती है और उसको उठाकर ले जाती है। इसके बाद विकी और बिट्टू गांव में स्त्री पर शोध कर रहे रुद्रा (पंकज त्रिपाठी) के साथ मिलकर दोस्त जना को तलाशने लगते हैं।
'स्त्री' के फिल्मांकन पर नजर डालें तो इसके कई सीन आपको पहली नजर में एकदम डरा देंगे, वहीं दूसरे ही सीन में आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। फिल्म 'स्त्री' बतौर डायरेक्टर अमर कौशिक की पहली फिल्म है। पहली फिल्म की नजर से देंखे तो अमर कौशिक ने बेहद शानदार काम किया है। 'स्त्री' की मजबूत कहानी आपको कहीं भी बोर नहीं होने देती है। फिल्म को देखकर यह बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता है कि किसी नए डायरेक्टर की यह पहली फिल्म है। वहीं 'स्त्री' में सुमित अरोड़ा के लिखे 'फर्स्ट टाइम देखा तुझे लव हो गया, सेकेंड टाइम में सब हो गया' जैसे शानदार डायलॉग्स भी आपको हंसने के लिए मजबूर कर देते हैं।
कॉमिडी की बात करें तो फिल्म बेहतरीन बनाई गई है, लेकिन हंसी-ठहाकों के बावजूद फिल्म आपको ज़रा लंबी खिंची हुई लग सकती है। हालांकि, हॉरर कॉमिडी से शुरु हुई यह फिल्म आखिर में भूतों पर बनने वाली आम फिल्मों की तरह इसी के इर्द-गिर्द घूमती नजर आती है। राजकुमार राव ने फिल्म में हमेशा की तरह बढ़िया ऐक्टिंग की है और रोमांस, हॉरर व कॉमिडी तीनों प्लैटफॉर्म पर वह बिल्कुल फिट नजर आ रहे हैं। अभिषेक बनर्जी और अपारशक्ति की जोड़ी ने कई जगहों पर कॉमिडी का अच्छा पंच मारा है। श्रद्धा के किरदार में आप उलझ सकते हैं, हालांकि अपने किरदार में काफी उलझनों के बावजूद उन्होंने ऐक्टिंग अच्छी की है। फिल्म में सचिन-जिगर के संगीत में पिरोए गए 'कमरिया', 'मिलेगी मिलेगी' और 'आओ कभी हवेली' जैसे बेहतरीन गाने भी 'स्त्री' की रिलीज से पहले ही सुपरहिट हो चुके हैं। इस वीकेंड आप कुछ लीक से हटकर देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म देख सकते हैं।