जामिया हिंसा को लेकर विक्की कौशल ने किया ट्विट, कहा - जो हो रहा है, वह सही...

दिल्ली के सबसे प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के छात्रों ने रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) का विरोध किया। इस दौरान छात्रों पर सख्त कदम उठाते हुए दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज किया और साथ ही आंसू गैसे के गोले भी परिसर में फेंके। जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के छात्रों को देश भर के छात्रों का समर्थन मिल रहा है। पुलिस की बर्बर कार्रवाई को लेकर चारों तरफ से रिएक्शन आ रहे हैं। बॉलीवुड की दिग्गज हस्तियां जामिया के छात्रों के समर्थन में ट्वीट कर रही हैं। वही इसी कड़ी में अब 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' के एक्टर विक्की कौशल (Vicky Kaushal) उतरे हैं। विक्की कौशल (Vicky Kaushal) ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है। इस ट्वीट में विक्की ने पुलिस प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है। एक्टर ने ट्वीट कर बोला कि जो हो रहा है, वह सही नहीं है। जिस तरह से यह हो रहा है, वह सही नहीं है। लोगों के पास अधिकार है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से अपने विचार रख सकें। यह हिंसा काफी दुखद है और साथ ही इसकी वजह से हमें अपने साथियों की चिंता हो रही है। किसी भी परिस्थिति में, लोकतंत्र से हमारा विश्वास नहीं हिलना चाहिए।

विक्की कौशल (Vicky Kaushal) का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

बता दे, सोशल मीडिया पर जामिया के छात्रों को लेकर बॉलीवुड सितारे अपनी राय रख रहे हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस संध्या मृदुल (Sandhya Mridul) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के एक ट्वीट को लेकर जवाब दिया है। इस ट्वीट में पीएम मोदी ने देश में शांति बनाए रखने की अपील की थी। संध्या मृदुल अपने इस ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साध रही हैं। एक्ट्रेस का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब पढ़ा जा रहा है। बॉलीवुड एक्ट्रेस संध्या मृदुल (Sandhya Mridul) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसते हुए अपने ट्विटर हैंडल से लिखा कि सर, जरूरत है कि आप विभिन्न राज्यों में पुलिस को बुलाएं और इस हिंसा को रोकें। ट्वीट बाद में कर लेना, धन्यवाद।

आपको बता दें कि रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) में पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। हालांकि, पुलिस ने छात्रों पर गोलियां चलाने की बात से साफ इंकार किया है। सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें विश्वविद्यालय के बाथरूम में घायल छात्र, और लहुलुहान हालत में छात्र दिखाई दे रहे हैं। लेकिन, वहीं दिल्ली पुलिस ने झड़पों के दौरान किसी के हताहत होने की खबरों से इनकार किया है। हालांकि, पुलिस के इस व्यवहार को लेकर देशभर में उनका विरोध हो रहा है।

वही नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने मंगलवार को 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और इनमें कोई भी छात्र नहीं है। बता दें कि साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हुई हिंसा के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने 2 FIR दर्ज कर दी थी। सोमवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के शामिल होने से हिंसा फैली। उपद्रवियों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी और हिंसा के वायरल फुटेज खंगाले। माना जा रहा है कि 10 स्थानीय लोगों की गिरफ्तारी इसी के आधार पर की गई है।

पुलिस को शक है कि जामिया के आई कार्ड बनवाकर कुछ लोग प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए थे। असली स्टूडेंट्स से कहीं अधिक हिंसा भड़काने में फर्जी छात्रों का हाथ था। हिरासत में लिए गए ऐसे 51 स्टूडेंट्स की पुलिस ने जांच करानी शुरू कर दी है। इनमें से 36 को कालकाजी से और 15 को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके से हिरासत में लिया गया था। ये सभी खुद को जामिया, डीयू के हिंदू कॉलेज और इग्नू के स्टूडेंट होने का दावा कर रहे थे। पुलिस को इनमें से कुछ पर शक है कि उन्होंने जामिया के फर्जी आई कार्ड बनवा रखे थे।