उर्मिला मातोंडकर ने CAA को काला कानून बताया, कहा - गरीबों को होगी परेशानी

बॉलीवुड के कई सितारे सीएए-एनआरसी (CAA-NRC) के खिलाफ आवाज उठा चुके है। वहीं अब इसी कड़ी में एक्ट्रेस और कांग्रेस की पूर्व नेता उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने भी नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध में बयान दिया है। उर्मिला मातोंडकर ने CAA को काला कानून बताया है। बता दे, सीएए-एनआरसी के खिलाफ आवाज उठाने वालों में अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, ऋचा चड्ढा, अली फजल, विशाल भारद्वाज, जोया अख्तर, फरहान अख्तर, अनुभव सिन्हा, स्वरा भास्कर जैसे सितारे शामिल हैं।

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर बात करते हुए उर्मिला ने कहा कि एक बात मुझे लगता है कि आपको बतानी चाहिए कि जिस इंसान ने गांधीजी पर गोलियां चलाई थी वो इंसान कौन था, क्या वो इंसान मुसलमान था, क्या वो सिख या ईसाई था ? वो इंसान एक हिन्दू था। अब इसके अलावा इस बारे में मैं यहां क्या कहूं क्योंकि ये बात हम सबके लिए इतनी भयानक है, इस बात को हर दिन सुबह उठकर दिमाग में रखना इतना भयानक है कि इस बात में कई चीज़ें शामिल हैं।

उर्मिला ने आगे कहा कि वर्ष 1919 में दूसरा विश्वयुद्ध खत्म होने के बाद ब्रिटिशर्स को पता था कि हिंदुस्तान में असंतोष फैल रहा है और ये असंतोष बाहर आने वाला है इसलिए वो एक कानून लेकर आए थे। उस कानून का नाम काफी लंबा हैं लेकिन वो रोलेट एक्ट के नाम से मशहूर हुआ क्योंकि वो कानून रोलेट के डेलिगेशन द्वारा लाया गया था। उस कानून के मुताबिक किसी भी शख्स को देश विरोधी गतिविधियां करने पर बिना किसी पूछताछ और सबूत के जेल में डालने की अनुमति सरकार को थी।

उर्मिला ने आगे कहा कि ये कानून काफी खतरनाक था। वो 1919 का कानून और आज 2019 का सीएए कानून है। ये दोनों कानून इतिहास में काले कानून के नाम से दर्ज होंगे। आज जिस तरह लोग रास्ते पर उतर रहे हैं और उस वक्त जिस तरह से लोग रास्ते पर उतरे थे मैंने वो वक्त देखा तो नहीं लेकिन जिस तरह से मैंने पढ़ा है ये उसकी याद दिलाते हैं। ये कानून गरीबों के खिलाफ हैं और वो गरीब कोई भी गरीब शख़्स हो सकता है। ऐसा एहसास दिलाया जाता है कि ये कानून मुसलमानों के खिलाफ है। लेकिन उसके अलावा आज कहीं न कहीं 15 प्रतिशत मुसलमानों का डर 85 प्रतिशत हिंदुओं को बताकर उनपर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है।

बता दे, उर्मिला मातोंडकर भारतीय फिल्मो की जानी मानी अभिनेत्रियों में से एक हैं। उन्होंने ना केवल हिंदी फिल्मो में ही अपने अभिनय को दर्शाया है बल्कि उन्होंने मलयालम, मराठी, तमिल और तेलुगु फिल्मो में भी अभिनय किया था। उर्मिला को उनके बचपन से ही अभिनय करते हुए देखा जा रहा है। उर्मिला ने अभिनय के अलावा कुछ समय राजनीती में भी खुदको उतारा था। कुछ महीनो के अंदर ही उर्मिला ने राजनीती को छोड़ने का मन बना लिया था।