अपने दिवंगत पिता के लिए सोनू सूद ने लिखा इमोशनल पोस्ट, बोले- 'आपके जाने से हमारी जिंदगी में जो जगह खाली रह गई है...'

हिन्दी सिनेमा में शहीद भगतसिंह से अपना करियर शुरू करने वाले अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) इन दिनों अपनी फिल्म ‘सिम्बा’ की सफलता का जश्न मना रहे हैं। हाल ही में अपने पिता शक्ति सूद की दूसरी पुण्यतिथि पर अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) ने एक भावुक पोस्ट लिखा और दूसरों की सहायता करने की प्रेरणा बनने के लिए उनका धन्यवाद दिया। सोनू ने लिखा, "यह तारीख (सात फरवरी) मैं याद नहीं रखना चाहता लेकिन मैं इसे कभी भुला भी नहीं पाऊंगा। इस बात को दो साल बीत चुके..जिंदगी कभी एक समान नहीं रहती।"

उन्होंने लिखा, "आपके जाने से हमारी जिंदगी में जो जगह खाली रह गई है, वह कभी नहीं भरेगी। हम हर दिन, हर मिनट, हर क्षण आपको याद करते हैं। इसे लिखते वक्त मेरे हाथ कांप रहे थे, मेरा दिल सिकुड़ गया था जब मुझे एहसास हुआ कि मैं आपको फिर कभी नहीं देखूंगा।" सोनू ने कहा, "दूसरों की सहायता के लिए हमें प्रेरित करने का पाठ पढ़ाने के लिए बस आपका धन्यवाद देना चाहता हूं। हम आपके जैसे कभी नहीं हो सकते लेकिन आपके कदमों पर चलने की कोशिश करेंगे। पापा आप जहां भी हों खुश रहो। जब तक मैं अपको किसी दिन नहीं देख लूंगा हमेशा आपकी याद आएगी।" 'सिम्बा' की सफलता के बाद सोनू फिलहाल चेन्नई में एक तमिल फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।

बता दे, अपने हिन्दी फिल्म करियर में सोनू सूद ने अब तक कई प्रकार की भूमिकाएं अभिनीत की हैं। लेकिन बतौर विलेन/खलनायक उन्होंने अब तक सिर्फ तीन फिल्में की हैं, जिनमें ‘सिम्बा’ उनकी 3री फिल्म है। इससे पहले उन्होंने दबंग और आर. .. . .राजकुमार में खलनायक की भूमिका अभिनीत की थी। वर्ष 2010 में पहली बार उन्होंने सलमान खान अभिनीत, अरबाज खान निर्मित और अनुभव कश्यप निर्देशित ‘दबंग’ में खलनायक की भूमिका की थी। इसके बाद उन्होंने प्रभु देवा के निर्देशन में बनी शाहिद कपूर और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत फिल्म ‘आर. . . राजकुमार’ में खलनायक की भूमिका निभाई। ‘सिम्बा’ उनकी तीसरी ऐसी फिल्म है जिसमें उन्होंने खलनायक की भूमिका निभाई है। इस फिल्म में उन्होंने यशवंत रानाडे नामक किरदार को अभिनीत किया है। सिम्बा की सफलता में सोनू सूद के अभिनय ने भी विशेष भूमिका निभाई है। इस किरदार को सोनू सूद ने बहुत ही ठंडे दिमाग से निभाया है। उनके चेहरे पर आने वाले भावों को देखकर ऐसा महसूस ही नहीं होता है कि यह कोई खलनायक है।