‘कबीर सिंह’: 28 फिल्मों के बाद 16 साल में मिली पहली 100 करोड़ी

शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) को अब बॉलीवुड में ‘कबीर सिंह (Kabir Singh)’ के नाम से जाना जाएगा। ठीक उसी तरह से जिस तरह से सलमान खान को दबंग खान के रूप में जाना जाता है। शाहिद कपूर ने अपने 16 साल लम्बे करिअर में एक मात्र ‘कबीर सिंह (Kabir Singh)’ नामक एक ऐसी फिल्म की है, जो लार्जर दैन लाइफ किरदार पर आधारित है। इस फिल्म के किरदार ने उन्हें रातों-रात वो शोहरत प्रदान की है जिसका सपना हर अभिनेता देखता है। वर्ष 2003 में केन घोष के निर्देशन में बनी ‘इश्क विश्क’ से अपना फिल्म करिअर शुरू करने वाले शाहिद कपूर ने अपने 16 साल लम्बे करिअर में ज्यादातर फिल्मों में चॉकलेटी हीरो की भूमिका निभाई है। अपवाद स्वरूप उन्होंने कमीने, हैदर और उड़ता पंजाब में अलग तरह की भूमिकाएँ की हैं और सराहना पाई है। लेकिन ‘कबीर सिंह’ में उन्होंने जो कुछ किया है उसे करना हर अभिनेता के बस की बात नहीं है।

शाहिद को हीरो की जगह एक अभिनेता के रूप में देखें तो शायद बेहतर होगा, क्योंकि कोई हीरो किसी सीन में हीरोइन को इस तरह से थप्पड़ नहीं मारेगा। कोई हीरो किसी सीन में लडक़ी को चाकू दिखाकर उसे कपड़े उतारने को नहीं कहेगा। कोई हीरो किसी सीन में सबके सामने अपनी पैंट में बर्फ नहीं डालेगा, लेकिन शाहिद ने ये सब किया।

इन दृश्यों को देखने के बाद विचार कीजिए कि कितने सुपर स्टार हीरो इस तरह के दृश्य कर पाएंगे। करिअर की शुरुआत से लेकर अंत तक शाहिद ने अनेकों ऐसे रोल किए हैं जिसमें उनकी एक्टिंग में पागलपन दिखा है और यही पागलपन शायद उन्हें कबीर सिंह के इंटेंस परफॉर्मेंस तक पहुंचा पाया है। ‘कबीर सिंह’ में शाहिद को हीरो के तौर पर देख रहे हैं तो आप निराश होंगे। कबीर सिंह हीरो नहीं है, कबीर सिंह एक आम सनकी है, शाहिद ने इस रोल के साथ पूरी सच्चाई से काम किया है। ‘कबीर सिंह’ को जैसी सफलता मिली है वैसी सफलता इसके पहले शाहिद कपूर ने कभी नहीं देखी। लंबा अरसा उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में गुजार लिया है। उन्हें टैलेंटेड माना जाता है। वे डांस भी अच्छा कर लेते हैं। कुछ अच्छी फिल्में भी उनके नाम के आगे दर्ज है, लेकिन सफलता ने हमेशा शाहिद कपूर से दूरी बना कर रखी।

‘कबीर सिंह’ बॉक्स ऑफिस पर अब तक 120 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर चुकी है और जिस रफ्तार से वह कारोबार कर रही है उसे देखते हुए यह स्पष्ट नजर आ रहा है कि यह फिल्म जल्द ही 200 करोड़ी हो जाएगी। शाहिद कपूर की यह बतौर सोलो हीरो पहली फिल्म है जो 100 करोड़ क्लब में शामिल है। 28 फिल्मों बाद उन्हें यह सफलता मिली और 16 वर्षों तक इंतजार करना पड़ा। ‘इश्क विश्क’ से नायक के तौर पर नजर आने वाले शाहिद कपूर ने ‘ताल’ और ‘दिल तो पागल’ है जैसी फिल्मों में वे ग्रुप डांसर के रूप में हीरो-हीरोइन के पीछे नाचते नजर आए थे। इस दौरान बतौर हीरो उनकी 28 फिल्में रिलीज हुईं। इस गिनती में उनकी मेहमान कलाकार के रूप में की गई फिल्मों को शामिल नहीं किया गया है। गत वर्ष प्रदर्शित हुई संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ ने जरूर 302 करोड़ रुपये का व्यवसाय किया था, लेकिन इस फिल्म की सफलता का सारा श्रेय दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खाते में गया था। ‘कबीर सिंह’ की सफलता के बाद निश्चित तौर पर शाहिद कपूर का करिअर परवान चढ़ेगा। यह कुछ उसी तरह से होगा जिस तरह से सलमान खान का करिअर ‘वॉटेड’ के बाद परवान चढ़ा था।