रॉनी स्क्रूवाला का ऐलान नहीं देंगे प्रिंट का खर्चा, सिनेमाघर उठाए इस खर्च को, विरोध में उतरे सिनेमाघर

बॉक्स ऑफिस पर इस वर्ष की पहली 200 करोड़ी फिल्म देने वाले निर्माता रॉनी स्क्रूवाला ने अपनी फिल्मों को लेकर नया पैंतरा आजमाना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपनी फिल्मों के प्रिंट का खर्चा स्वयं उठाने से इंकार कर दिया है और कहा है कि उनकी फिल्मों के प्रिंट का खर्चा वे नहीं उठाएंगे अपितु अब यह सिनेमाघरों को उठाना होगा। उनकी इस शर्त के चलते सिनेमाघर मालिक विरोध में उतर आए हैं और उनको अपनी फिल्मों के प्रदर्शन के लिए सिनेमाघर नहीं मिल रहे हैं।

बताया जा रहा है कि रॉनी स्क्रूवाला ने यह कदम अपनी फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ की सफलता को देखते हुए उठाया है। इस फिल्म की सफलता के बाद रॉनी अब फिल्म एग्जीबिटर्स पर अपनी शर्तें लाद रहे हैं। सिनेचेन से जुड़े कुछ लोगों ने बताया कि रॉनी ने अपने बैनर की फिल्म ‘सोन चिडिय़ा’ और ‘मर्द को दर्द नहीं होता’ के प्रिंट का खर्चा देने से मना कर दिया है। उन्होंने यह खर्च सिनेमाघर मालिक से वहन करने को कहा है, जबकि यह खर्च निर्माता को उठाना होता है।
सिनेमाघर वालों ने रॉनी की इस मांग को नामंजूर कर दिया, जिसके चलते रॉनी स्क्रूवाला ने सुशांत सिंह राजपूत, भूमि पेडनेकर अभिनीत ‘सोन चिडिय़ा’ को भारत में मात्र 720 सिनेमाघरों में ही प्रदर्शित किया। अब वे अपने बैनर की अगली फिल्म ‘मर्द को दर्द नहीं होता’ को भी इसी वजह से मात्र 400 स्क्रीन्स पर प्रदर्शित करने जा रहे हैं।

इस फिल्म से भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी ने अपना बॉलीवुड डेब्यू कर रहे हैं। विदेशी फिल्मोत्सवों में यह फिल्म खासी चर्चाओं में रही है, जिसके चलते इसका काफी बज है लेकिन सीमित सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने के कारण इसका बॉक्स ऑफिस पर नुकसान होना तय है।