यादें / जानिए ऋ‍ष‍ि कपूर को किसने दिया था निकनेम 'चिंटू'

बॉलिवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर इस दुनिया में नहीं रहे। 67 साल की उम्र में गुरुवार सुबह मुंबई में उनका निधन हो गया। वह करीब 2 साल से कैंसर से जूझ रहे थे। 70 के दशक में अपने पिता राजकपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से अपना करियर शुरू करने वाले ऋषि कपूर की अदाकारी के किस्से आज लोगों के जहन में घूम रहे है। ट्विटर पर @chintskap नाम से ट्विटर हैंडल बनाने वाले ऋष‍ि कपूर ने अपने निक नेम चिंटू से इसे पहचान दिलाई थी। अपने सेंस ऑफ ह्यूमर और बेबाक बातों से उनकी ये पहचान खूब हिट हो गई थी। आइए जानते हैं- ऋष‍ि कपूर के इस न‍िकनेम के पीछे की कहानी। किसने उन्हें दिया था ये नाम।

मौत से पहले ऋषि कपूर ने किया था ये आखिरी ट्वीट, कोरोना वॉरियर्स के लिए बजाई थी थाली

ऋष‍ि कपूर का जन्म चार सितंबर 1952 में हुआ था। उनके परिवार का उनके जन्म से पहले से ही फिल्म इंडस्ट्री में उनके दादा पृथ्वीराज कपूर और पिता राजकपूर छाए हुए थे। घर में सिनेमा का माहौल इस कदर था कि उन्हें बचपन से ही इसका शौक लग गया।

एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद बताया कि वो बचपन में जब उन्होंने अपने दोनों भाइयों रणधीर कपूर और राजीव कपूर के साथ स्कूल जाना शुरू किया था। उसी दौर में उनका निक नेम चिंटू रखा गया। इसके पीछे की कहानी कुछ इस तरह थी।

ऋष‍ि कपूर ने बताया था कि उनके बड़े भाई रणधीर का घर का नाम डब्बू था। उस वक्त मैं पांच साल का था। एक दिन उन्होंने स्कूल में एक पहेली याद की। पहेली कुछ इस तरह थी, छोटे से चिंटू मियां, लंबी सी पूंछ...जहां जाएं चिंटू मिया वहां जाए पूंछ, इस पहेली का जवाब था सुई धागा।

अब बड़े भाई घर में आकर बार बार वही पहेली दोहराते थे, उन्हें इस पहेली में चिंटू शब्द इतना पसंद आया कि उन्होंने अपने छोटे भाई यानी मुझे चिंटू कहना ही शुरू कर दिया। उनके कहने के बाद धीरे धीरे उनका निक नेम चिंटू ही पड़ गया। लेकिन ऋष‍ि कपूर ने कहा था कि उन्होंने बचपन में ही तय किया था कि अपने बच्चों का कोई निक नेम नहीं रखूंगा।

बता दें कि ऋष‍ि कपूर को बचपन से ही एक्ट‍िंग का बहुत शौक था। वो अकेले में भी खुद को आईने में देखकर कभी हंसते तो कभी रोते और नोट करते कि हंसते-रोते वक्त मेरे चेहरे पर एक्सप्रेशन कैसे आते हैं। इसे उनके पिता और दादा दोनों ने भांप लिया था और पहली बार मेरा नाम जोकर में वो कम उम्र में पहली बार दिखे, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।

युवा ऋष‍ि कपूर के लिए पहली बार उनके पिता ने उनके लिए पहली फिल्म बॉबी बनाई, इस लव स्टोरी से वो लोगों के दिलों में छा गए। इस फिल्म ने सिनेमा का एक ट्रेंड ही बदल दिया। ऋष‍ि कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म इंडस्ट्री में उनके पापा के दोस्त और हमउम्र उन्हें चिंटू कहकर ही बुलाते थे।

यादें / 3 साल की उम्र में पहली बार पर्दे पर नजर आए थे ऋषि कपूर, पिता संग इस फिल्म में किया काम

ऋष‍ि कपूर ने अपने एक रेडियो इंटरव्यू में बताया था कि हम घर में खाना खा रहे थे और मेरे पिता ने मां को बोला, 'कृष्णा, मैं चाहता हूं कि चिंटू मेरा नाम जोकर में मेरे यंग वर्जन को प्ले करे।' यह सुनकर मैं बहुत उत्साहित हो गया था कि मेरे फिल्मों में काम करने के बारे में बात हो रही है। मैंने उनके सामने कुछ नहीं कहा। मैंने अपना खाना खत्म किया और अपने कमरे में गया। मम्मी तब पापा से कह रही थीं कि फिल्म की वजह से मेरी पढ़ाई पर असर पढ़ेगा। वो अलग बात है कि उस फिल्म से मेरी जिंदगी पर कुछ असर नहीं हुआ।' उन्होंने आगे आगे, 'लेकिन जब वे इस बात पर विचार कर रहे थे, मैं अपने कमरे में आया और अपनी स्टडी टेबल की दराज खोली। उसमें एक फुल शीट थी। मैंने उसपर अपने ऑटोग्राफ की प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया।'

मुश्किल होगा ‘रऊफ लाला’ को भुलाना, चला गया हिन्दी सिने इतिहास का सबसे बड़ा रोमांटिक नायक

3 साल की उम्र में पहली बार पर्दे पर आए थे नजर

यह तो हम सभी जानते है कि ऋषि कपूर ने फिल्म बॉबी से बतौर लीड एक्टर अपने करियर की शुरू की थी। लेकिन क्या आप जानते है कि उनकी पहली फिल्म बॉबी नहीं बल्कि पिता राज कपूर की 'श्री 420' थी? ऋषि कपूर ने खुद एक बार खुलासा किया था कि कैसे नरगिस ने उन्हें इस रोल को करने के लिए मनाया था। असल में ऋषि कपूर श्री 420 के गाने प्यार हुआ इकरार हुआ में नजर आए थे। इस गाने में राज और नरगिस के पीछे बारिश में चलने वाले तीन बच्चों में से एक ऋषि कपूर थे। ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) उस समय 3 साल के थे और नरगिस ने उन्हें चॉकलेट का लालच देकर इस गाने में लिया था। ऋषि ने इस बारे में बात करते हुए बताया था, 'मुझे बोला गया था कि श्री 420 में मुझे एक शॉट देना है और मेरे बड़े भाई और बहन भी इस शॉट में होंगे। जब भी शॉट हो तब हमें बारिश में चलना था। ऐसे में शॉट के दौरान जब भी पानी मुझपे गिरता तो मैं रोने लगता। इसकी वजह से वो शूटिंग नहीं कर पा रहे थे। तो नरगिस ने मुझे कहा कि अगर तुम शॉट के दौरान अपनी आंखें खुली रखोगे और रोओगे नहीं तो मैं तुम्हें चॉकलेट दूंगी। इसके बाद मैंने सिर्फ चॉकलेट के लिए अपनी आंखें खुली रखीं और वो मेरा पहला शॉट था।

बता दें कि तबीयत बिगड़ने के बाद ऋषि कपूर को मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कैंसर से जूझ रहे ऋष‍ि कपूर ने गुरुवार सुबह अंतिम सांस ली। उनकी विदाई पर पूरा बॉलीवुड ही नहीं पूरा देश गम में डूब गया है। एक दिन पहले अभ‍िनेता इरफान खान के बाद बॉलीवुड को ये दूसरा बड़ा झटका लगा है।