CAA-NRC पर बोलीं ऋचा चड्ढा, अदनान को पद्मश्री दिये जाने पर भी उठाए सवाल

CAA और NRC को लेकर पूरे देश में बहस चल रही है। इसी बहस में अब बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा (Richa Chadda) चड्ढा भी कूद गई है। बता दे, एक्ट्रेस ऋचा अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती है। वहीं अब ऋचा का कहना है कि देश की प्राथमिकताएं कुछ और हैं लेकिन CAA जैसी बातों में देश को उलझा दिया गया है। आज देश की प्राथमिकता दिनों-दिन गिरती अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, खतरनाक रफ़्तार से बढ़ रहा प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दे होने चाहिए, लेकिन इसकी बजाय आज नागरिकता कानून की बात हो रही है, जो बिल्कुल गैर-जरूरी है।

इसके साथ-साथ शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को लेकर भी ऋचा चड्ढा ने अपनी राय रखी। ऋचा ने कहा, ''शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों के बारे में कहा जा रहा है कि लोग 500-500 रुपये लेकर प्रदशर्नों में हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन मुझे यह फिजूल की बातें लगती हैं।'' इसके साथ ही एक्ट्रेस ने यह भी कहा कि आज की इकोनॉमी की हालत को देखकर ये कहना हास्यास्पद होगा कि ये खरीदे हुए प्रदर्शनकारी हैं? उन्होंने पूछा कि किसके पास इतने पैसे हैं कि वे लोगों को ख़रीदकर इस तरह के प्रदर्शन करवा सके?

अदनान सामी को पद्मश्री दिये जाने पर चल रहे विरोध पर भी ऋचा चड्ढा ने अपनी राय रखी। उन्होंने कहा अदनान को पद्मश्री दिये जाने पर एतराज नहीं है, बल्कि उन्हें इस बात की खुशी है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह सवाल उठाया कि जो सिंगर/तमाम लोग अदनान सामी जैसे पाकिस्तानी गायक को भारत में गायिका मौका दिये जाने पर लगातार विरोध करते थे, वो आज चुप क्यों हैं और ये लोग पद्म दिये जाने का विरोध क्यों नहीं करते?

आपको बता दे, नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन का जिम्मेदार बीजेपी ने केजरीवाल सरकार और कांग्रेस सरकार को ठहराया है। वहीं अरविंद केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी वाले एक घंटे में शाहीन बाग का रास्ता खुलवाए, इसमें मेरी तरफ से हरी झंडी है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि शाहीन बाग में बंद रास्ते की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। केजरीवाल ने लिखा, 'बीजेपी नहीं चाहती कि रास्ते खुलें। बीजेपी गंदी राजनीति कर रही है।' नई दिल्ली विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे केजरीवाल ने बीजेपी को सलाह देते हुए कहा कि उसके नेताओं को तुरंत शाहीन बाग जाकर बात करनी चाहिए और रास्ता खुलवाना चाहिए। शाहीन बाग के मसले पर उन्होंने कहा कि लिखकर ले लो शाहीन बाग के रास्ते 8 से पहले नहीं बल्कि 9 तारीख को खुल जाएंगे। बीजेपी चाहती ही नहीं है कि रास्ता खुले।