रूपहले परदे पर बॉलीवुड की ‘खान’ तिकड़ी के साथ स्क्रीन्स शेयर कर चुके अभिनेता नवाजउद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) ने पिछले दिनों कहा था कि वे अब पारिवारिक फिल्मों को प्राथमिकता देंगे, क्राइम बेस्ड फिल्मों को करने से वे दूर रहेंगे। इसका कारण उन्होंने अपनी बेटी को बताया जो अब उनकी फिल्मों को देखना चाहती है। ऐसे में वे नहीं चाहते कि उनकी आपराधिक छवि को उनकी बेटी देखे। अब उन्होंने बॉलीवुड की इस खान तिकड़ी को लेकर कहा है कि एक फिल्म के असफल हो जाने से ‘खान्स’ खत्म नहीं हुए हैं। उनका जमाना अभी गया नहीं है। ऐसा नहीं होता है। फिल्मों में बदलाव होते रहते हैं और ऐसा फिल्मकारों की वजह से होता है।
फिल्म की सफलता असफलता में सबसे बड़ा हाथ लेखक निर्देशक का होता है। उसके बाद फिल्म के सितारों की बात आती है। अगर कथा-पटकथा और निर्देशन सशक्त नहीं होगा तो सितारे की बेहतरीन अदाकारी भी फिल्म को सफल नहीं बना सकती है।
गौरतलब है कि गत वर्ष बॉक्स ऑफिस पर सलमान खान (Salman Khan), आमिर खान (Aamir Khan) और शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की फिल्मों को असफलता का मुँह देखना पड़ा था। विशेष रूप से शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) को जिनकी फिल्म ‘जीरो (ZERO)’ अपनी लागत तक वसूल नहीं कर पायी थी। आमिर खान (Aamir Khan) की ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान (Thugs Of Hindostan)’ ने बॉक्स ऑफिस पर मात्र 151 करोड़ का कारोबार किया था, जबकि उनकी फिल्म की लागत ही 150 करोड़ थी। हाँ सलमान खान की ‘रेस-3 (Race-3)’ ने जरूर बॉक्स ऑफिस पर 166 करोड़ का कारोबार करते हुए न सिर्फ अपनी लागत निकाली अपितु कुछ मुनाफा भी कमाया। हालांकि उनकी फिल्म को भी असफल करार दिया गया क्योंकि उम्मीद की जा रही थी सलमान खान की रेस-3 बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ का कारोबार करेगी।