‘कबीर सिंह’ से खुल सकती थी अर्जुन कपूर की किस्मत, लेकिन...

निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने जब अपनी सुपर हिट तेलुगू फिल्म ‘अर्जुन रेड्डी (Arjun Reddy)’ को हिन्दी में बनाना चाहा तो उनके दिमाग में इस किरदार के लिए सबसे पहला नाम बॉलीवुड के युवा सितारे अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) का आया। फिल्म के निर्माताओं ने अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) को इस फिल्म का प्रस्ताव दिया। उन्हीं दिनों अर्जुन कपूर के पास लेखक निर्माता निर्देशक राजकुमार गुप्ता अपनी फिल्म ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ का प्रस्ताव लेकर गए थे। एक साथ मिली दो फिल्मों में से अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) को एक फिल्म को चुनना था क्योंकि दोनों ही निर्माता एक ही समय की मांग कर रहे थे। ऐसे में अर्जुन कपूर ने राजकुमार गुप्ता की फिल्म को, उनकी पिछली फिल्मों ‘आमिर’, नो वन किल्ड जेसिका, घनचक्कर, रेड का रिकॉर्ड देखने के बाद, हाँ कहा। अर्जुन कपूर द्वारा ठुकराई गई ‘कबीर सिंह (Kabir Singh)’ के लिए निर्माताओं ने शाहिद कपूर से सम्पर्क किया और बेरोजगार बैठे शाहिद कपूर ने तुरन्त ही इस फिल्म को करने का हामी भर दी।

दोनों ही फिल्म की शूटिंग लगभग साथ-साथ चली। अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) की ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ 24 मई को प्रदर्शित हुई और यह फिल्म कब आई और कब चली गई, इसका ज्यादा पता नहीं चला। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई।

शाहिद कपूर के अभिनय से सजी ‘कबीर सिंह (Kabir Singh)’ ठीक एक माह बाद प्रदर्शित हुई है। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी। अर्जुन (Arjun Kapoor) का करिअर पूरी तरह से समाप्ति की ओर है। उनकी पिछली प्रदर्शित सभी फिल्में असफल हुई हैं। इसी चक्कर में यशराज फिल्म्स की ‘पिंकी और संदीप फरार’ का प्रदर्शन टलता जा रहा है। अर्जुन कपूर को एक हिट की सख्त जरूरत है। ‘कबीर सिंह’ वो कमी पूरी कर सकती थी। दूसरी ओर पद्मावत के बाद से खाली और असफल चल रहे शाहिद (Shahid Kapoor) के हाथ एक हिट लग गई। कबीर सिंह (Kabir Singh) की सफलता ने उनके करिअर में नया मोड़ ला दिया है। 5 दिन में 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर चुकी इस फिल्म के बाद उनके पास निर्माताओं की लाइन लग गई है। बताया जा रहा है कि करण जौहर और निखिल आडवाणी ने तो उन्हें अपनी फिल्मों के लिए साइन भी कर लिया है। करण जौहर तेलुगू हिट ‘जर्सी’ का हिन्दी रीमेक बना रहे हैं और निखिल आडवाणी ‘बेल बॉटम’ टाइटल वाली फिल्म में शाहिद कपूर को पेश कर रहे हैं।