अब सिर्फ बेहतरीन कंटेंट को पसन्द करता है दर्शक: अनुभव सिन्हा

शाहरुख खान, अजय देवगन, संजय दत्त जैसे कई नामचीन सितारों को अपने निर्देशन में पेश कर चुके अनुभव सिन्हा इन दिनों अपनी फिल्म ‘आर्टिकल 15’ को लेकर चर्चाओं में हैं। इस फिल्म को लेकर काफी विवाद हो चुके हैं। प्रदर्शन के बाद भी इसका विरोध जारी है। हालांकि प्रदर्शन के बाद इसे काफी सराहा भी जा रहा है। इस बारे में अनुभव सिन्हा का कहना है कि आज कल लोग फिल्म में बेहतर कंटेंट को तवज्जो दे रहे हैं। सशक्त आवाज वाली फिल्मों को ऑडियंस पसंद कर रही हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए अनुभव ने कहा, जिन फिल्मों की अपनी सशक्त आवाज है उनकी तुलना में लोग शुद्ध मनोरंजक फिल्मों को गंभीरता से नहीं लेते। जब से मैंने मुल्क और आर्टिकल 15 जैसी सामाजिक रूप से प्रासंगिक फिल्में बनानी शुरू की हैं, तब से दर्शकों से उन्हें और अधिक स्वीकृति मिलनी शुरू हो गई है।

अनुभव ने आगे कहा, लोगों का कहना है कि उन्हें मेरी पिछली फिल्मों की अपेक्षा में मुल्क और आर्टिकल 15 जैसी फिल्में पसंद आई हैं। मुझे लगता है कि शुद्ध मनोरंजन फिल्मों के साथ समस्या यह है कि लोग ऐसी फिल्मों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। शुद्ध मनोरंजक फिल्मों को लोग कम तवज्जो देते हैं और जिन फिल्मों की अपनी सशक्त आवाज होती है लोगों से उन्हें ज्यादा इज्जत मिलती है यह एक सच्चाई है।

गौरतलब है कि आर्टिकल 15 को लेकर भारी विवाद हुआ था। उत्तर प्रदेश के कई ब्राह्मण संगठनों ने आरोप लगाया था कि फिल्म में उनकी छवि को खराब दिखाया गया है। इसके चलते कानपुर में शुक्रवार को इस फिल्म के शो रद्द करने पड़े थे। इसके बाद डायरेक्टर और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। इन सब चीजों से परेशान होकर अनुभव ने सोशल मीडिया पर एक ओपन लेटर भी लिखा था, जिसके जरिए उन्होंने बताया था कि फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है।
गौरतलब है कि मुल्क और आर्टिकल 15 से पहले अनुभव सिन्हा तुम बिन, कैश, रा वन और दस जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।