‘झुंड’ की प्रदर्शन तिथि तय, ब्लॉकबस्टर निर्देशक की पहली हिन्दी फिल्म

अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) बॉलीवुड में 50 साल पूरे कर चुके हैं लेकिन वे आज भी उतने ही सक्रिय हैं जितने अपने नायकत्व के दौर में हुआ करते थे। कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने अपनी फिल्म ‘झंडु (Jhund)’ के कुछ दृश्यों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से प्रशसंकों के लिए शेयर किए थे। अब इस फिल्म की प्रदर्शन तिथि की घोषणा हो गई है। यह फिल्म इस वर्ष सितम्बर माह की 20 तारीख को प्रदर्शित की जाएगी। इस फिल्म के अतिरिक्त इन दिनों अमिताभ बच्चन अयान मुखर्जी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ के पैचवर्क में भी व्यस्त हैं। इसका प्रदर्शन इस वर्ष क्रिसमस के मौके पर किया जाएगा। ‘झुंड’ में अमिताभ बच्चन एक फुटबॉल कोच की भूमिका में नजर आएंगे।

फिल्म ‘झुंड (Jhund)’ विजय बर्से के जीवन पर आधारित है, जो स्लम सॉकर के संस्थापक हैं। इसमें अमिताभ (Amitabh Bachchan) एक प्रोफेसर की भूमिका में हैं जो स्ट्रीट चिल्ड्रन को फुटबॉल टीम बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। फिल्म का अधिकतर पार्ट नागपुर में फिल्माया गया है। अपने एक साक्षात्कासर के दौरान नागराज मंजुले ने बताया था कि फिल्म भले ही रियल लाइफ कैरेक्टर पर बेस्ड हो, लेकिन कहानी को जिस तरह से लिखा गया है, वो उसके ओरिजनल सोर्स से काफी अलग है। उन्होंने कहा था कि इस फिल्म को लिखने में दो साल का समय लगा है। वे इससे पहले रिसर्च कर रहे थे। मुझे पटकथा पर इतने लंबे समय तक काम करने का कोई अफसोस नहीं है। मैंने ‘सैराट’ की पटकथा पर अपने आठ साल खर्च किए थे। नागराज मंजुले का यह कथन वास्तविकता को दर्शाता है। उनकी पहली मराठी फिल्म ‘सैराट’ ने बॉक्स ऑफिस पर कीर्तिमान कामयाबी प्राप्त की थी। यह मराठी फिल्म उद्योग की पहली ऐसी फिल्म बनी जिसने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया। इस फिल्म के हिन्दी रीमेक को करण जौहर ने बनाया था और इसके निर्देशक ने किस तरह की तैयारी की थी यह उनकी असफलता को देखकर अंदाज किया जा सकता है। ‘धडक़’ ने बॉक्स ऑफिस पर 50 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया था। यह सफल फिल्म का बेहद ही पोचा रीमेक थी।

अमिताभ के साथ काम करने के बारे में नागराज कहते हैं, ‘मिस्टर बच्चन के साथ काम करना सपना पूरा होने जैसा है। वह हमेशा से मेरे पसंदीदा अभिनेता हैं और उनके अलावा इस किरदार के साथ न्याय और इसमें पूरी तरह फिट और कोई नहीं हो सकता था। मैं हमेशा बच्चन साहब का फैन रहा हूं, लेकिन मैं उनके साथ एक फैन के तौर पर नहीं आना चाहता था। मैंने सोचा था कि जब किसी दिन मेरी पटकथा तैयार हो जाएगी, तब मैं बच्चन साहब को पहली बार मिलूंगा और बताऊंगा कि कितनी मेहनत इस पर की गई है। अमिताभ बच्चन की पिछली प्रदर्शित फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ असफल हो गई थी, लेकिन उनके अभिनय की सबने खुलकर तारीफ की थी। आलोचकों ने इस फिल्म में अभिनय के मामले में आमिर खान को उनके सामने ‘बच्चा’ बता दिया था।

फिल्म के सेट से एक तस्वीर जारी की गई है जिसमें अमिताभ बच्चन का चेहरा नहीं दिख रहा है लेकिन एक ‘झुंड’ के बीच में हवा में उछाले गए ये शख्स अमिताभ बच्चन ही हैं। इस फिल्म की शूटिंग पिछले दिनों नागपुर में पूरी हो गई है। हालांकि फिल्म में उनके किरदार को अभी नहीं बताया जा रहा है लेकिन ख़बर है कि वो अब तक का सबसे अलग रोल करने जा रहे हैं । बच्चन का फुटबाल प्रेम असल जिन्दगी में भी है और वो यूरोपियन फुटबाल लीग को बड़े ही करीब से फॉलो करते हैं। फिल्म का निर्माण टी-सीरीज के भूषण कुमार ने किया था। नागराज मंजुले इस फिल्म के सह निर्माता भी हैं।

मंजुले के मुताबिक ‘मैंने नागपुर शहर का चयन किया क्योंकि कहानी वहीं की है। मैं चाहता हूं कि देखते वक्त फिल्म ज्यादा से ज्यादा वास्तविक लगे और मुंबई एवं पुणे से अलग नागपुर का अपना आकर्षण और अनुभव है। अमिताभ बच्चन के साथ काम करना एक ‘सपने के सच होने’ जैसा है।