अमिताभ बच्चन विशेष : ‘आनन्द’ के लिए मिला था पहला पुरस्कार, राजेश खन्ना थे नायक

अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने वर्ष 1969 में फिल्मों में प्रवेश किया था। 1969 और 1970 में उनकी सिर्फ एक-एक ही फिल्म का प्रदर्शन हुआ था। 1969 में जहाँ उनकी सात हिन्दुस्तानी का प्रदर्शन हुआ था वहीं, 1970 में जेम्स आइवरी के निर्देशन में बनी फिल्म बॉम्बे टाकीज का प्रदर्शन हुआ था जिसमें उन्होंने पहली बार ही स्वयं की विशेष भूमिका निभाई थी।

वर्ष 1971 में उनकी पाँच फिल्मों—परवाना, आनन्द, प्यार की कहानी, रेशमा और शेरा और गुड्डी—का प्रदर्शन हुआ था। गुड्डी का निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था, जिनकी दूसरी फिल्म ‘आनन्द’ में अमिताभ ने सहनायक की भूमिका निभाई थी।

आश्चर्य की बात यह है कि अपनी आवाज के जरिये बॉलीवुड में प्रवेश करने वाले अमिताभ बच्चन को सुनील दत्त ने अपने निर्देशन में बनी फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ में गूंगे की भूमिका दी थी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने सुनील दत्त के छोटे भाई ‘छोटू’ की भूमिका निभाई थी। हालांकि रेशमा और शेरा देश के साथ-साथ विदेशों में भी ख्याति प्राप्त की थी। इस फिल्म को 22वें बर्लिन अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में ‘गोल्डन बीयर’ पुरस्कार के नामित किया गया था। इसके अतिरिक्त इस फिल्म को 44वें ऑस्कर अवार्ड में बेस्ट फोरिजन लैंग्वेज फिल्म की श्रेणी के लिए चुना गया था लेकिन यह वहाँ पर नामित नहीं हो सकी थी।

वर्ष 1971 में प्रदर्शित हुई ‘आनन्द’ पारिवारिक ड्रामा फिल्म थी जिसका निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था। इस फिल्म के संवादों को गुलजार ने लिखा था। यह अमिताभ बच्चन के करियर की पहली हिट फिल्म होने के साथ ही पहली ऐसी फिल्म थी जिसके लिए उन्हें पुरस्कार प्राप्त करने का मौका मिला था। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट स्पोॢटंग एक्टर का पुरस्कार मिला था। ‘आनन्द’ राजेश खन्ना की वर्ष 1969 से 1971 के दौरान आई 17 सुपरहिट फिल्मों में शामिल हुई थी।

मूल रूप से ऋषिकेश मुखर्जी की यह फिल्म जापानी फिल्मकार अकीरा कुरासोवा की फिल्म ‘इकीरू’ (1952) से प्रेरित थी। ‘आनन्द’ को बाद में मलयालम भाषा में ‘चित्रशलाभम’ नाम से रीमेक किया गया था। यह 1998 में प्रदर्शित हुई थी।