आलिया भट्ट की मां ने दिया विवादित बयान, अफजल गुरु की फांसी पर उठाए सवाल, बताया 'बलि का बकरा', उठा विवाद

बर्खास्त डीएसपी देवेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। अफजल गुरु की पत्‍नी तबस्‍सुम ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि देविंदर सिंह ने उसके पति को रिहा करने के बदले एक लाख रुपये मांगे थे। वही अब महेश भट्ट की पत्नी और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की मां दिग्गज अदाकारा सोनी राजदान (Soni Razdan) ने अफजल गुरु की फांसी पर ही सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि अफजल गुरु को बलि का बकरा क्यों बनाया, इसकी ठोस जांच होनी चाहिए। सोनी राजदान ने ने ट्वीट कर लिखा, ये न्याय का मजाक है। कौन उस मरे हुए इंसान को वापस लाएगा अगर बाद में ये पता चलता कि वो निर्दोष था। इसीलिए कभी भी मौत की सजा को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिएऔर इसीलिए इस मामले में सॉलिड जांच की जानी चाहिए कि अफजल गुरु को बलि का बकरा क्यों बनाया गया था।

सोनी राजदान के इस ट्वीट के बाद लोगों ने कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस ट्वीट के बाद विवाद उठता नजर आ रहा है क्योंकि अफजल को बलि का बकरा बताए जाने पर लोगों ने मिलीजुली प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोग अफजल को गलत मान कर बैठे हैं जबकि कुछ ने सोनी की बात का समर्थन किया है। हालाकि, विवाद होने के बाद राजदान ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कोई भी अफजल को निर्दोष नहीं कह रहा है। पर, देविंदर सिंह पर उसके आरोपों को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया। बता दे, अफजल की पत्नी तबस्‍सुम ने दावा किया कि उन्‍होंने अपने सोने के जेवर को बेचकर एक लाख रुपये देव‍िंदर सिंह को दिए थे। यही नहीं यह बात भी निकलकर सामने आई कि अफलज गुरु को ना सिर्फ पुलिसवालों ने प्रताड़ित किया बल्कि उससे पैसे भी लिए।

हालाकि, राजदान द्वारा सफाई देने के बावजूद सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिकिया दे रहे है।

एक यूजर ने लिखा, मैं गद्दारों और आतंकवादियों की मौत पर आंसू नहीं बहाती हूं। दुनिया उनके बिना ही बेहतर है।

एक अन्य यूजर ने लिखा, मेरे देश की आंतरिक सुरक्षा में दखल देने की कोशिश मत करो। तुम अपने देश की सुरक्षा पर ध्यान दो।

एक यूजर ने लिखा, क्या तुम्हारे पति या बेटी की कोई नई फिल्म रिलीज होने जा रही है?

एक यूजर ने कहा, शर्म आती है तुम पर। उन लोगों का क्या जिन्होंने संसद और चुने हुए सांसदों की जान बचाने में अपने प्राण गंवा दिए। बलि का बकरा मेरी जूती से।