जालोर की मासूम बच्ची के लिए मसीहा बने सोनू सूद, मुबंई में कराया सफल इलाज

बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लगातार जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। कई लोग उन्हें 'मसीहा' भी मान रहे हैं। इसी बीच सोनू सूद की वजह से दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार के घर खुशियां लौट आई है। सोनू सूद (Sonu Sood) की मदद से एक मासूम बच्ची को नई जिंदगी मिल गई। बच्ची के दिल में छेद था। मुंबई के एसआरसीसी अस्पताल में बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद रविवार को मुंबई के अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बच्ची अपने घर पहुंच गई है। बच्ची के घर पहुंचते ही परिवार में खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। मासूम के परिजनों ने फिल्म अभिनेता सोनू सूद का आभार जताया है। सोनू सूद की ओर से मदद का हाथ बढ़ाने पर परिजनों ने बच्ची का नाम ही सोनू रख दिया।

गत 1 जून को जालोर शहर के गोड़ीजी निवासी भगाराम माली के घर पर बेटी का जन्म हुआ था। बेटी के जन्म के साथ दिल में छेद था। जोधपुर के अस्पताल में 8 लाख रुपये का खर्च बताया। मासूम बच्ची के दिल में छेद की वजह से परिजनों का दिल बैठ गया था कि वह जिंदा रहेगी या नहीं, क्योंकि दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार के लिए इतना पैसा खर्च कर पाना संभव नहीं था। परिवार की पीड़ा सोशल मीडिया के जरिए अभिनेता सोनू सूद तक पहुंची तो उन्होंने इलाज की व्यवस्था करवाई। इलाज पर करीब तीन लाख रुपए का खर्च आया।

बेटी सोनू इलाज करवा कर जब घर लौटी तो उसका तिलक लगाकर और आरती उतार कर उसका स्वागत किया गया। सोनू के माता, दादा, दादी और पिता समेत परिवार के सदस्यों के चेहरों पर खुशी थी। सोनू के पिता भगाराम का कहना है कि सोनू सूद ने उनकी बेटी को दूसरा जीवन दिया है। वे नहीं होते तो बच्ची को कोई नहीं बचा सकता था। यह जीवन उन्हीं का दिया हुआ है।

14 जून को हुई थी सफल सर्जरी

10 जून को पिता के साथ बच्ची को एम्बुलेंस से मुंबई ले जाया गया था। वहां पर मुंबई के एसआरसीसी अस्पताल में उसका उपचार किया गया। 14 जून को बच्ची की सफल सर्जरी हो गई। उसके बाद वह 6 दिन तक डाक्टरों की टीम की देखरेख में रही। 20 जून तक 3 बार टेस्ट होने एवं स्वस्थ रिपोर्ट आने के बाद रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।