क्लैश से डरी ‘अमावस’, अब फरवरी में आएगी नजर, लिया वीएफएक्स का बहाना

बॉलीवुड में इन दिनों हर दूसरा निर्माता निर्देशक अपनी फिल्म प्रदर्शन को टालने के लिए वीएफएक्स का बहाना बना देता है। असल में क्यों कर किसी फिल्म की प्रदर्शन तिथि में बदलाव किया गया है इसकी जानकारी कोई नहीं देता है। ऐसा ही वाक्या 11 जनवरी को प्रदर्शित होने वाली नरगिस फाखरी की फिल्म ‘अमावस’ को लेकर सामने आया है। बताया जा रहा है कि अब यह फिल्म 11 जनवरी को प्रदर्शित न होकर 1 फरवरी को प्रदर्शित होगी। फिल्म के प्रदर्शन में यह देरी विजुअल इफेक्ट और पोस्ट प्रोडक्शन से संबंधित कार्य की वजह से हो रही है।

फिल्म के निर्देशक भूषण पटेल ने एक बयान में कहा, ‘हम टॉप क्लास वीएफएक्स को हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं और इसमें थोडा समय लगता है। हम जल्दबाजी में फिल्म को प्रदर्शित नहीं करना चाहते और हम फिल्म को शीर्ष स्तर का बनाना चाहते हैं।’

भूषण पटेल बॉलीवुड में विक्रम भट्ट के बाद हॉरर फिल्मों के प्रसिद्ध निर्देशक के तौर पर ख्यात हैं। वे ‘अमावस’ से पहले ‘रागिनी एमएमएस 2’, ‘1920 इविल’ और ‘अलोन’ जैसी हॉरर फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कुछ टीवी सीरियल्स का भी निर्देशन किया है।

लम्बे समय से बॉलीवुड से गायब ‘रॉक स्टार’ फेम नरगिस ‘अमावस’ के जरिये वापसी कर रही हैं। यह एक हॉरर फिल्म है। इसमें सचिन जोशी, विवान भटेना, नवनीत कौर ढिल्लो, मोना सिंह और अली असगर मुख्य भूमिका में होंगे।

भूषण पटेल की बात से हम इंकार नहीं कर सकते लेकिन हमें लगता है उन्होंने यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि 11 जनवरी को कई और फिल्मों का प्रदर्शन होने जा रहा है। इन में मुख्य रूप से दो फिल्में—उरी और एक्सीडेंटल प्राइमिनिस्टर—अपने विषय के चलते दर्शकों व राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई हैं। इससे इन फिल्मों को बहुत ज्यादा हाइप मिल रही है, जिसके चलते बॉक्स ऑफिस पर इनका कारोबार बेहतरीन रहने की उम्मीद है। ऐसे में बिना चर्चित सितारों के साथ बनी ‘अमावस’ बॉक्स ऑफिस पर अपनी लागत निकालने को तरस सकती है, जिसकी वजह से उसे अब 1 फरवरी को प्रदर्शित किये जाने की घोषणा की गई है।