‘कंगना रानी लक्ष्मीबाई हैं, मैं उनकी सुरक्षा कर रही हूँ’: अंकिता लोखंडे

कभी एकता कपूर के शो ‘पवित्र रिश्ता’ के जरिये घर-घर में अपनी पहचान बनाने वाली अभिनेत्री अंकिता लोखंडे (Ankita Lokhande) इन दिनों बॉलीवुड फिल्म ‘मणिकर्णिका: झांसी की रानी (Manikarnika : Jhansi Ki Rani)’ को लेकर चर्चाओं में हैं। इस फिल्म में उन्होंने झलकारी बाई का किरदार निभाया है, जो हमेशा अपनी रानी की सुरक्षा के लिए खड़ा रहता है। गत सप्ताह प्रदर्शित हुई इस फिल्म को लेकर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के साथ इसके निर्देशक कृष और सह अभिनेत्री मिष्ठी का विवाद चल रहा है। इन दोनों ने कंगना के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, वहीं दूसरी ओर अंकिता लोखंडे (Ankita Lokhande) हर मोर्चे पर कंगना का साथ निभा रही हैं। न सिर्फ परदे पर अपितु वास्तविक जिन्दगी में उठे इस विवाद पर भी वे कंगना का साथ दे रही हैं।

फिल्म ‘मणिकर्णिका : झांसी की रानी (Manikarnika : Jhansi Ki Rani)’ के साथ बड़े पर्दे पर कदम रखने वाली अभिनेत्री अंकिता लोखंडे (Ankita Lokhande) उन गिने-चुने लोगों में से हैं, जो फिल्म की मुख्य अभिनेत्री-निर्देशिका कंगना रनौत के साथ हमेशा खड़ी रहीं। हाल ही में एक न्यूज एजेंसी को दिए अपने एक बयान में अंकिता ने कहा कि उन्हें अपने ऑनस्क्रीन किरदार झलकारी बाई जैसे महसूस होता है, जिन्होंने जहां तक सम्भव था, रानी लक्ष्मीबाई की सुरक्षा की। फिल्म में कंगना ने रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाया है।

पिछले सप्ताह प्रदर्शित हुई ‘मणिकर्णिका: झांसी की रानी’ को लेकर कई विवाद हुए हैं। अभिनेत्री मिष्टी चक्रवर्ती ने फिल्म में अपने किरदार के साथ कांट-छांट किए जाने पर नाखुशी जताई, जबकि अंकिता का कहना है कि उनके पास शिकायत का कोई कारण ही नहीं है। अंकिता ने कहा, ‘मुझे वास्तव में नहीं लगता कि मुझे इस पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत है। मैं खुश हूं और मैं ऐसी ही हूं। हम सभी ने फिल्म में बहुत मेहनत की। कभी-कभार ऐसा होता है कि नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं आते और मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रही हूं, क्योंकि मुझे सराहना मिल रही है। लेकिन अगर मेरे साथ ऐसा होता तो मैं सकरात्मक रहती। यह मेरी पहली फिल्म है। एक अभिनेत्री के तौर पर मैं समझती हूं..मुझे नहीं पता कि वे किस चीज से गुजर रहे हैं या वे क्या महसूस कर रहे होंगे। मैं चीजों को लेकर हमेशा सकरात्मक रहती हूं।

‘मणिकर्णिका’ में काम करने के अनुभव पर उनका कहना है कि इस फिल्म में काम करना अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने इस फिल्म के जरिये बॉलीवुड में डेब्यू किया है। मुझे ‘मणिकर्णिका’ बेहद पसंद है और मुझे कंगना भी बेहद पसंद हैं। मेरे अधिकांश दृश्य उनके द्वारा निर्देशित किए गए और इसके लिए मैं उनकी बेहद इज्जत करती हूं।

कंगना रनौत का जहाँ दूसरे लोग विरोध कर रहे हैं, वहीं अंकिता उनका पूरी तरह से सपोर्ट करती नजर आ रही हैं। उनका कंगना के बारे में कहना है कि, ‘मुझे लगता है कि मैं झलकारी बाई बन रही हूं और मैं वास्तव में अपनी रानी लक्ष्मीबाई की सुरक्षा कर रही हूं, क्योंकि वह रानी लक्ष्मीबाई हैं..उन्होंने खुद को साबित किया है। मैं अपना किरदार असल जिंदगी में भी निभा रही हूं। मैं वास्तव में रानी लक्ष्मीबाई की रक्षा कर रही हूं।’ अंकिता ने जोर देकर कहा कि वह पूरे हो-हल्ले के बीच कंगना के साथ खड़ी रहीं हैं और आगे भी खड़ी रहेंगी।

जब उनसे यह पूछा गया कि वे भविष्य में किस तरह की भूमिकाओं में नजर आना चाहती हैं तो ‘मणिकर्णिका : झांसी की रानी’ की सफलता से उत्साहित अभिनेत्री ने कहा कि वह मजेदार और सहज भूमिकाएं निभाना चाहती हैं। मैं ऐसी भूमिका चाहती हूं, जो मजेदार हो। जो मैं खुद सहजता से कर सकूं और गंभीर तरह का किरदार नहीं चाहती। झलकारीबाई जैसी भूमिकाएं हमेशा याद रहेंगी .. लेकिन हां, मैं कुछ ऐसा करना चाहती हूं जो आसान हो।

मणिकर्णिका के प्रदर्शन के बाद उनके पास कई और प्रस्ताव आने लगे हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक कोई फिल्म साइन नहीं की है लेकिन उम्मीद है वे जल्द ही किसी न किसी फिल्म में फिर से ऐसी भूमिका निभाती नजर आएंगी जो उनके हिसाब न सिर्फ मजेदार होगी अपितु दर्शकों पर एक गहरी छाप भी छोडऩे वाली होगी जैसा कि ‘मणिकर्णिका: झांसी की रानी’ की झलकारी बाई के किरदार ने दर्शकों पर प्रभाव छोड़ा है। हालांकि इस फिल्म में उनकी भूमिका बहुत ज्यादा बड़ी नहीं है लेकिन फिर भी जितनी देर वे परदे पर नजर आईं उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। विशेष फिल्म में फिल्माया गया उन पर अन्तिम दृश्य जिसमें वे पति को मातृ भूमि पर मरने के लिए प्रेरित करती हैं।