हाल ही में शादी के बंधन में बंधी अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) अब अभिनय के साथ-साथ फिल्मों का निर्माण भी करेंगी जिसके लिए उन्होंने एसिड अटैक पीडि़ता लक्ष्मी अग्रवाल की जिन्दगी को चुना है। इस बॉयोपिक का निर्देशन मेघना गुलजार करेंगी जिनकी इस वर्ष आलिया भट्ट (Alia Bhatt) अभिनीत ‘राजी’ प्रदर्शित हुई थी। इस वर्ष दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की एकमात्र फिल्म ‘पद्मावत’ का प्रदर्शन हुआ है। इस फिल्म के बाद दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) ने किसी अन्य फिल्म को साइन नहीं किया है। लेकिन अक्टूबर में दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) ने एक फिल्म साइन करने के साथ-साथ निर्माण की जिम्मेदारी भी उठाई जो कि एसिड अटैक पीडि़त लक्ष्मी अग्रवाल की बॉयोपिक फिल्म है । फिल्म का शीर्षक अभी तय नहीं किया गया है।
कुछ दिनों पहले इस फिल्म को लेकर समाचार आए थे कि इस फिल्म के लीड एक्टर के लिए निर्माताओं को किसी टैलेंट अभिनेता की तलाश है। इस दौड़ में बॉलीवुड के दो सितारे आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव चल रहे थे। इस दौड़ में राजकुमार राव ने अपने समकक्ष सितारे आयुष्मान को पीछे छोड़ दिया है और अब वे दीपिका पादुकोण के साथ इस फिल्म की स्क्रीन साझा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, दीपिका और मेघना इस फिल्म के लीड एक्टर के लिए किसी प्रतिभाशाली अभिनेता की तलाश कर रही थीं और राजकुमार राव इन दिनों अपरम्परागत सिनेमा का चेहरा बन चुके हैं इसलिए इस फिल्म में दीपिका के सामने राजकुमार राव को लिया गया है। फिल्म निर्मात्री, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और निर्देशिका मेघना गुलजार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि राजकुमार राव का फिल्म में किरदार कौन सा होगा।
हाल ही में निकेलोडियन किड्स चॉइस अवॉड्र्स 2018 में दीपिका ने अपनी इस फिल्म के बारे में बताया था कि, ‘आगामी वर्ष की शुरूआत में वे इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगी। मुझे लगता है कि ये एक ऐसी कहानी है जिसे आम जनता को बताया जाना आवश्यक है । यह बहुत महत्वपूर्ण कहानी है और एक दुखद सच्ची घटना है, उम्मीद है इससे लोग जागरूक होंगे।’
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में एक 32 वर्षीय दरिंदे ने लक्ष्मी अग्रवाल पर तेजाब फेंक दिया था, जब वो नई दिल्ली बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थी, जिससे उनका पूरा चेहरा बुरी तरह जल गया था । लक्ष्मी उस वक्त मात्र 15 साल की थीं । हमलावर उसके परिवार को जानता था और लक्ष्मी से शादी करना चाहता था लेकिन लक्ष्मी ने स्पष्ट रूप से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। वर्तमान में लक्ष्मी अग्रवाल एक एनजीओ चलाती हैं और तेजाब पीडि़ताओं की मदद भी करती हैं।