कुछ दिनों पूर्व नवाजउद्दीन सिद्दीकी अभिनीत फिल्म ‘ठाकरे’ का ट्रेलर जारी किया गया था। ट्रेलर में पूरी तरह से नवाज छाये हुए थे और उनका अभिनय कमाल था। ‘ठाकरे’ फिल्म दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के जीवन पर आधारित है। यह 25 जनवरी को प्रदर्शित होने जा रही है। इस फिल्म के दो संवादों को लेकर सेंसर बोर्ड को आपत्ति है, जिनके लिए कहा जा रहा है कि विवाद को बढाने के बजाय निर्माता इन दो संवादों को हटाकर फिल्म को प्रदर्शित कर देंगे। इसका मुकाबला चीट इंडिया और मणिकर्णिका से होगा।
गौरतलब है कि ऐसा ही एक किरदार अमिताभ बच्चन ने भी निर्माता निर्देशक रामगोपाल वर्मा की ‘सरकार’ में निभाया था। इस फिल्म का तीसरा भाग गत वर्ष ही प्रदर्शित हुआ था। यह किरदार ठाकरे से प्रेरित था, इस कारण ठाकरे फिल्म में नवाजउद्दीन की तुलना अमिताभ से की जा रही है।
अमिताभ बच्चन से अपनी तुलना होने पर नवाजउद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि, ‘‘कोई किसी को ओवरशैडो नहीं कर सकता। मैंने इस फिल्म के माध्यम से अमिताभ बच्चन को ओवरटेक नहीं किया है, वे महानायक हैं उनसे मेरी तुलना नहीं की जा सकती है। मैं कोई बायोपिक स्पेशलिस्ट नहीं हूं, लेकिन इतना जरूर कह सकता हूं कि मैं कडी मेहनत कर रहा हूं।’’
इस फिल्म के ट्रेलर जारी होने के बाद से ही इस बात के कयास लगने शुरू हो गए हैं कि यह फिल्म कंगना रनौत की ‘मणिकर्णिका’ और इमरान हाशमी की ‘चीट इंडिया’ को बॉक्स ऑफिस पर कडा मुकाबला करने को मजबूर कर देगी। विशेष रूप से महाराष्ट्र में यह फिल्म इन दोनों फिल्मों को पीछे करेगी इसमें कोई शक-ओ-शुबा नहीं है। महाराष्ट्र शिव सेना का गढ है और शिव सेना अपने सुप्रीमो पर बनी फिल्म को देखने के लिए शिव सैनिकों को प्रोत्साहित कर सकती है, जिसके चलते इस फिल्म को मुम्बई व महाराष्ट्र में व्यापक सफलता मिल सकती है।