बॉक्स ऑफिस: फिर दिखेगा हॉलीवुड का जलवा, ‘अमावस’ को टक्कर देगी ‘अलिटा बेटल एंजेल’

पिछले पूरे एक महीने से बॉक्स ऑफिस पर अपनी सफलता का परचम लहरा रही ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ और दो सप्ताह पूर्व प्रदर्शित हुई ‘मणिकर्णिका: झांसी की रानी’ को इस सप्ताह बॉक्स ऑफिस पर एक साथ प्रदर्शित होने वाली छह फिल्मों से मुकाबला करना पड़ेगा। इसके चलते इन दोनों फिल्मों के न सिर्फ शोज में कमी आएगी अपितु इनके सिनेमाघरों को भी कम किया जाएगा। विशेष रूप से ‘मणिकर्णिका’ को इसका नुकसान होगा, क्योंकि कारोबार की दृष्टि से वह ‘उरी’ से काफी पीछे चल रही है।

इस सप्ताह बॉक्स ऑफिस पर एक साथ छह फिल्मों का प्रदर्शन होने जा रहा है। इन छह फिल्मों में पाँच हिन्दी फिल्में—अमावस, पार्किंग क्लोज्ड, झोल, झूठा कहीं का व दोस्ती के साइड इफेक्ट्स—और एक अंग्रेजी हॉलीवुड फिल्म— ‘अलिटा बेटल एंजेल’—है जिसका हिन्दी में डब वर्जन प्रस्तुत किया जा रहा है। बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शित होने वाली इन छह फिल्मों में से सर्वाधिक दर्शक हॉलीवुड फिल्म को मिलने की संभावना है। इन दिनों टीवी चैनलों पर ‘अलिटा बेटल एंजेल’ का जबरदस्त प्रमोशन किया जा रहा है। इस फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों का बेहतरीन रेस्पांस मिला है जिसके चलते उम्मीद है कि यह प्रदर्शित होने वाली पांच हिन्दी फिल्मों पर भारी रहेगी। इसे सर्वाधिक दर्शकों का समर्थन मिलेगा।

हॉलीवुड फिल्म ‘अलिटा बेटल एंजेल’ के बाद हिन्दी फिल्म ‘अमावस’ को दर्शकों का सहारा मिलेगा। यह एक हॉरर फिल्म है जिसमें सचिन जोशी के साथ नरगिस फाखरी नजर आएंगी। पहले यह फिल्म गत 11 जनवरी को प्रदर्शित होने जा रही थी लेकिन अचानक से इसे आगे बढ़ा दिया गया था। हॉलीवुड फिल्म के बाद इस फिल्म को सर्वाधिक सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जा रहा है। हरियाणा की प्रसिद्ध नृत्यांगना सपना चौधरी ने भी बॉलीवुड में प्रवेश कर लिया है। उनकी अभिनीत पहली फिल्म ‘दोस्ती के साइड इफेक्ट्स’ का प्रदर्शन भी 8 फरवरी को होने जा रहा है। इस फिल्म का जोर हरियाणा के अतिरिक्त दिल्ली, एनसीआर और नोएडा में ज्यादा नजर आ रहा है। इन क्षेत्रों में इस फिल्म को बहुतायत में दर्शकों का समर्थन मिलने की संभावना है। राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात मध्यप्रदेश में इसे दर्शकों के कम समर्थन की संभावना के चलते सीमित सिनेमाघरों और शोज में प्रदर्शित किया जा रहा है। शेष रही तीन फिल्मों झूठा कहीं का, पार्किंग क्लोज्ड और झोल को लेकर कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। इन फिल्मों का प्रचार न के बराबर किया गया है और दर्शकों को इस बात की कोई जानकारी भी नहीं है कि इन नामों से कोई फिल्म बनी हैं और इनका प्रदर्शन होने जा रहा है।

वैसे भी बॉक्स ऑफिस पर नई फिल्में कोई उम्मीद नहीं जगा पायी हैं। गत सप्ताह प्रदर्शित हुई ‘एक लडक़ी को देखा तो ऐसा लगा’ सिर्फ मेट्रो सिटीज में दर्शकों को अपनी ओर आकर्षिक कर पायी है। छोटे और मझोले शहरों में इसे दर्शकों ने अस्वीकार कर दिया है। वहीं इस फिल्म के साथ प्रदर्शित हुई हॉलीवुड फिल्म ‘एस्केप रूम’ और हिन्दी फिल्म ‘मनसुख चतुर्वेदी की आत्मकथा’ दर्शकों का इंतजार करते रह गईं। हाँ ‘उरी’ और ‘मणिकर्णिका’ जरूर दर्शकों को अपनी ओर लगातार खींचने में कामयाब हुई हैं। हालांकि इस सप्ताह एक साथ इतनी फिल्मों के प्रदर्शन को देखते हुए इनके कारोबार पर खासा असर देखने को मिलेगा।