शो-मैन राज कपूर ने 70 साल पहले 1948 में आरके स्टूडियो RK Studio की नींव रखी थी। इस स्टूडियो के बैनर तले बनी पहली फिल्म 'आग' फ्लॉप रही थी। हालांकि दूसरी फ़िल्म 'बरसात' सुपरहिट हुई थी। स्टूडियो का लोगो बरसात में राज कपूर और नरगिस के पोज़ से इंस्पायर है, जो बरसात के पोस्टर्स पर भी दिखा था। आरके स्टूडियो ने कई कल्ट और क्लासिक फिल्मों का निर्माण किया है। इनमें 'आग', 'बरसात', 'आवारा', 'श्री 420', 'संगम', 'मेरा नाम जोकर', 'बॉबी' और 'राम तेरी गंगा मैली' जैसी फिल्में शामिल हैं।
आरके स्टूडियो मुंबई के चेंबूर में स्थित है। रियल एस्टेट मार्केट में इसकी बोली लगने वाली है । मुंबई की बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां स्टूडियो की जमीन की कीमत 250 करोड़ रुपए लगा रही हैं। यह स्टूडियो जिस इलाके में है, वहां एक वर्ग मीटर जमीन की कीमत ढाई से तीन लाख रुपए है।
आर.के. स्टूडियो लगभग दो एकड़ में फैला हुआ है। इस तरह उसका कुल एरिया 8000 वर्ग मीटर हुआ। यही वजह है कि कंपनियां इसकी कीमत 250 करोड़ रुपए लगा रही हैं। हालांकि, अब यह देखने वाली बात होगी कि कपूर परिवार की तरफ से बेस प्राइज क्या आती है? कपूर खानदान के करीबियों का कहना है कि यह बोली 400 करोड़ रुपए से शुरू हो सकती है। वजह यह है कि इस जगह की अपनी हिस्टॉरिकल वैल्यू भी है। साथ ही एयरपोर्ट और बाकी जगहों से इसकी दूरी बहुत ज्यादा नहीं है।
बीते साल 16 सितम्बर के दिन आर.के स्टूडियो में एक डांस रिएलिटी शो की शूटिंग के दौरान आग लग गई थी। इस आगजनी की घटना में आर.के. स्टूडियो में रखी कई सारी आइकॉनिक चीजें चल कर खाक हो गई थीं। इनमें वो मुखौटा भी शामिल था, जो राज कपूर ने साहब ने ‘मेरा नाम जोकर’ के दौरान उपयोग किया था। ऋषि कपूर ने नई तकनीक के साथ इसके पुनर्निर्माण की इच्छा जाहिर की थी लेकिन उनके बड़े भाई रणधीर कपूर ने कहा कि यह व्यावहारिक नहीं होगा। रणधीर कपूर ने कहा कि हां हमने आरके स्टूडियो को बेचने का फैसला किया है। यह अब बिक्री के लिए है। स्टूडियो बेचने के पीछे एक बड़ी वजह ये भी है कि ईस्टर्न मुंबई में बना ये स्टूडियो अब फिल्मकारों की पसंद नहीं रहा।