बॉलीवुड के गलियारों में ऋतिक रोशन की फिल्म ‘सुपर 30’ को लेकर कहा जा रहा था कि ऋतिक रोशन कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिका’ से टकराव नहीं लेना चाहते थे, इसी के चलते उन्होंने फिल्म प्रदर्शन में विकास बहल के बाहर होने का बहाना बनाया। कहा जा रहा था कि विकास बहल के बोर्ड से हटते ही इस फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन का काम अधूरा पड़ गया है, जिसके कारण यह फिल्म 25 जनवरी को प्रदर्शित नहीं होगी।
लेकिन अब बॉलीवुड गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि विकास बहल के जाने के कारण फिल्म प्रदर्शन नहीं टला अपितु स्वयं गणितज्ञ आनन्द कुमार के कहने पर फिल्म निर्माताओं को अपनी फिल्म के प्रदर्शन में देरी करनी पड़ी है। कहा जा रहा है कि आनन्द कुमार ने निर्माताओं और ऋतिक रोशन से आग्रह किया कि उनकी जिन्दगी के कुछ और खास पहलू हैं जिन्हें उनकी बायोपिक में दिखाया जाना चाहिए। जिसके चलते ही निर्माताओं को अपनी फिल्म के प्रदर्शन की तारीख को आगे सरकाना पड़ा है और अब पटकथा में आनन्द कुमार के सुझाव गए सुझावों को शामिल करते हुए कुछ ऐसे दृश्यों का फिल्मांकन किया जाएगा जो पहले नहीं किया गया है।
निर्माताओं का कहना है कि वे फिल्म में आनंद कुमार की जिंदगी से जुड़े कुछ और पहलू जोडऩा चाहते हैं। जो काफी दिलचस्प हैं और फिल्म को और भी बेहतरीन बनाएंगे। जिसके लिए कुछ और सीन शूट किए जाएंगे। आनन्द कुमार के व्यक्तित्व के कई पहलू हैं जिन्हें इससे पहले कभी उनकी बायोपिक में एक्सप्लोर नहीं किया गया। आनंद कुमार का कहना है कि उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ घटनाएं फिल्म में जोड़ी जानी चाहिए। जैसे उनकी आलोचनाएं और उनके भाई पर किया गया हमला और दोस्तों-दुश्मनों के किस्से। उनका कहना है कि मेरे कई सारे दुश्मन है, जैसे कि हर सफल आदमी के होते है। लेकिन मेरे पास कई सारे शुभचिंतक भी है जो मेरे दुश्मनों से कहीं ज्यादा है। इसलिए मैं चाहता हूं कि ये सब फिल्म में दिखाया जाए।
फिल्म के हीरो ऋतिक रोशन भी फिल्म में इस बदलाव के लिए सहमत है। प्रोफेसर आनंद कुमार ने वर्ष 2001 में सुपर-30 की स्थापना की और गरीब बच्चों को आईआईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराते हैं। सुपर 30 में कुल 30 बच्चों का सेलेक्शन होता है।