‘गुल्लक’ से भी आगे निकली ये फैमिली सीरीज: IMDb पर 8.7 की रेटिंग, OTT पर मचा रही धूम

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जहां एक ओर बोल्ड, थ्रिलर और सस्पेंस से भरे कंटेंट की भरमार है, वहीं दूसरी ओर कुछ कहानियां ऐसी भी हैं जो दिल को छू जाती हैं—बिना ऊँची आवाज़, बिना हिंसा और बिना अश्लीलता के। ऐसी ही एक ताज़ा मिसाल है ‘बड़ा नाम करेंगे’, जो पारिवारिक मूल्यों, भावनाओं और रिश्तों को इतनी खूबसूरती से बयान करती है कि यह सीरीज दर्शकों के दिल में घर कर गई है। मशहूर फिल्म निर्देशक सूरज बड़जात्या की यह पहली वेब सीरीज है और इसने आते ही साबित कर दिया है कि परिवारिक ड्रामा का भी अपना ठाठ है।

गौरतलब है कि सूरज बड़जात्या दर्शकों को मैंने प्यार किया, हम साथ-साथ हैं, हम आपके हैं कौन, विवाह, प्रेम रतन धन पायो और ऊँचाई सरीखी प्रेम से सराबोर पारिवारिक फिल्में दे चुके हैं।

‘बड़ा नाम करेंगे’: कहानी जो दो दौर में बहती है

7 फरवरी 2025 को SonyLIV पर रिलीज हुई यह सीरीज आज OTT पर ट्रेंड कर रही है और IMDb पर 8.7/10 की शानदार रेटिंग हासिल कर चुकी है। नौ एपिसोड्स में बंटी इस सीरीज की कहानी दो समयकालों में चलती है—एक साल 2020 के लॉकडाउन के दौरान मुंबई में और दूसरी वर्तमान समय में मध्य प्रदेश के रतलाम और उज्जैन में।

मुख्य किरदारों रिशभ (रितिक घनशानी) और सुरभि (आयशा कदुस्कर) की प्रेम कहानी एक ओर जहां जेनरेशन-Z के संघर्षों को दिखाती है, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक भारतीय मूल्यों की मिठास से भी सराबोर है।

ओटीटी पर पारिवारिक कंटेंट का क्रांति काल

निर्देशक सूरज बड़जात्या, जिनकी फिल्मों में संयुक्त परिवार, सादगी और भावना का अद्भुत समागम होता है, उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था — “मैं ढाई साल से सुन रहा था कि ओटीटी बोल्डनेस और थ्रिल का मैदान है। लेकिन अब यह धारणा टूट गई है। 'बड़ा नाम करेंगे' ने साबित किया है कि लोग यहां भी कहानी ढूंढते हैं, संवेदना ढूंढते हैं।”

इस बयान ने OTT इंडस्ट्री की मानसिकता पर सवाल उठाया और जवाब भी दे दिया — साफ़-सुथरी, भावनात्मक कहानियां भी यहां उतनी ही सफल हो सकती हैं।

क्यों देखें ‘बड़ा नाम करेंगे’?

1. नॉस्टैल्जिया का पिटारा:

अगर आप ‘हम आपके हैं कौन’, ‘विवाह’ और ‘मैंने प्यार किया’ जैसी कहानियों के दीवाने हैं, तो यह सीरीज आपके लिए ही बनी है। हर दृश्य में वही सादगी, वही अपनापन है।

2. क्लासिक म्यूज़िक का तड़का:


संगीतकार अनुराग सैकिया का म्यूजिक इस शो की जान है। ‘चीटर बलमा’ और टाइटल ट्रैक दर्शकों के दिल में तुरंत उतर जाते हैं।

3. जेन-जेड और पारंपरिक मूल्यों का मेल:


सीरीज इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे आज की पीढ़ी अपने सपनों की उड़ान भरते हुए भी पारिवारिक संस्कारों से जुड़ी रह सकती है।

4. भावनाओं से भरपूर क्लाइमेक्स:

आखिरी एपिसोड लगभग एक घंटे से भी ज्यादा लंबा है और यह मिनी-फिल्म जैसा एहसास देता है। इसमें भावनाओं का जो ज्वार है, वह किसी भी दर्शक को भावुक कर सकता है।

कहां देखें यह सीरीज?

‘बड़ा नाम करेंगे’ SonyLIV पर एक्सक्लूसिव तौर पर उपलब्ध है। साथ ही Airtel Xstream जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी देखा जा सकता है। सीरीज को U/A 7+ की सर्टिफिकेशन मिली है, यानी इसे आप पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं — बिना किसी असहज पल के डर के।

'गुल्लक' जैसी प्यारी सीरीजों की लिस्ट में अब ‘बड़ा नाम करेंगे’ का नाम भी शामिल हो गया है। सूरज बड़जात्या ने इस सीरीज से ये साबित कर दिया है कि अच्छी कहानी, सच्चे इमोशन और पारिवारिक रिश्तों की सादगी का कोई विकल्प नहीं होता। अगर आप एक साफ-सुथरी, भावुक और प्रेरणादायक कहानी की तलाश में हैं, तो यह सीरीज आपकी वॉचलिस्ट में पहली होनी चाहिए।

तो देर किस बात की? इस वीकेंड ‘बड़ा नाम करेंगे’ जरूर देखिए — और यकीन मानिए, आप इसके किरदारों को भूल नहीं पाएंगे।