खत्म हुआ अक्षय कुमार का दौर, सरफिरा की एडवांस से चिंतित हुआ फिल्म उद्योग!

अक्षय कुमार की फिल्म सरफिरा 12 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है। दो दिन पहले शुरू हुई इस फिल्म की एडवांस बुकिंग ने फिल्म उद्योग को जबरदस्त झटका दिया है। इस फिल्म को लेकर दर्शकों में कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है। हालात यह है कि सरफिरा के लिए शीर्ष 3 राष्ट्रीय चेन पीवीआर, आईनॉक्स और सिनेपॉलिस में केवल 1800 टिकट ही बिक पाए हैं।

कम एडंवास बुकिंग चिंता का विषय

सरफिरा की एडंवास बुकिंग की असफलता ने इस बात का संकेत दे दिया है कि अब अक्षय कुमार के नायक का दौर खत्म हो गया है। दर्शक उन्हें अब नायक के तौर पर देखना पसन्द नहीं कर रहा है। वह चाहता है कि अक्षय कुमार अपने अभिनय के दूसरे दौर में चरित्र भूमिकाओं में नजर आएं, लेकिन सिर्फ उन्हीं में जहाँ किरदार सशक्त हो।

यह बिक्री अक्षय की ही सुपर फ्लॉप रही फिल्में सेल्फी और मिशन रानीगंज से भी काफी तादाद में कम हैं। मिशन रानीगंज ने राष्ट्रीय चेन में 6,600 टिकटें बेची थीं और सेल्फी ने इन शीर्ष 3 मल्टीप्लेक्स में 8,200 टिकटें बेची थीं।

सरफिरा की प्री-सेल्स के आंकड़े खास तौर पर चिंताजनक हैं, जो इश्क विश्क रिबॉउण्ड से भी नीचे हैं, रमेश तौरानी निर्मित इस फिल्म ने ओपनिंग डे के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 12,000 टिकटें बेचने में सफलता प्राप्त की थी। वहीं दूसरी ओर कार्तिक आर्यन अभिनीत तीन हफ्ते पहले रिलीज हुई इसी शैली की फिल्म चंदू चैंपियन की तुलना में, सरफिरा की बुकिंग सिर्फ दसवां हिस्सा है। यह निराशाजनक एडवांस बुकिंग प्रदर्शन एक निराशाजनक शुरुआत का संकेत देता है और फिल्म के शुरू होने से पहले ही इसके अंत का संकेत देता है। सकारात्मक आंतरिक रिपोर्टों के बावजूद, फिल्म को इन कम एडवांस बिक्री के कारण बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त संघर्ष करना पड़ेगा, जो उसकी उच्च लागत को निकालने में मुश्किलें पैदा करेगा। सरफिरा की इस तरह की शुरुआत भारतीय फिल्म उद्योग में गूंज सकती है, क्योंकि किसी शीर्ष सुपरस्टार के अभिनय से सजी फिल्म के लिए इस तरह की निराशाजनक शुरुआत करना दुर्लभ है।

दर्शक हो चुका बोर

लगातार असफलता का सामना कर रहे अक्षय कुमार अभी तक इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि अब दर्शक उन्हें नायक के तौर पर पसन्द नहीं कर रहे हैं। वर्ष में हर दो महीने बाद परदे पर उन्हें देखते हुए दर्शक पूरी तरह से बोर हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त अब वे अक्षय की भूमिकाओं में बदलाव चाहते हैं। दर्शकों की सोच यह है कि अब 60 के करीब पहुँच चुके अक्षय कुमार को नायिका के इर्द गिर्द घूमने के स्थान पर युवा नायकों के बड़े भाई या पिता की सशक्त भूमिकाओं में आना शुरू कर देना चाहिए।

सरफिरा सफल होगी या असफल यह तो प्रदर्शन के बाद ही पता चलेगा, किन्तु वर्तमान ट्रेंड के हिसाब से बॉक्स ऑफिस पर वही फिल्म सफल होती है जो एडवांस बुकिंग में पहले दिन 5 से 7 करोड़ का कारोबार करने में सफल हो जाती है। हाल ही में प्रदर्शित हुई प्रभास व अमिताभ बच्चन अभिनीत कल्कि ने पहले दिन की ओपनिंग में पूरे भारत में 40 करोड़ से ज्यादा का कारोबार करने में सफलता प्राप्त कर ली थी, इससे स्पष्ट हो गया था कि यह फिल्म पहले दिन 100 करोड़ के आंकड़े को छूने में सफल होगी। यहाँ स्थिति स्पष्ट है कि सरफिरा की पहले दिन की मात्र 1800 टिकटें ही बिक पाई हैं। यदि प्रति टिकट औसत दर 400 रुपये मानी जाए तो फिल्म ने मात्र 7,20,000 का कारोबार किया है। यह आंकड़ें फिल्म निर्माताओं को डराने के लिए काफी हैं।

सरफिरा की असफलता अक्षय कुमार की आने वाली फिल्मों को भी प्रभावित करेंगी इसमें कोई शक नहीं है।