2 News : अदनान ने Memes शेयर कर उड़ाया पाकिस्तान का मजाक, सुनील ने ऐतिहासिक विषयों पर बन रही फिल्मों के लिए कहा…

भारत ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का करारा जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। इसके तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इस ऑपरेशन के बाद देशवासी खुशी जता रहे हैं। आम हो या खास सबके अंदर देशभक्ति की भावनाओं का ज्वार उमड़ा हुआ है। सोशल मीडिया पर ‘जय हिंद’ की गूंज सुनाई दे रही है। इस बीच मशहूर गायक अदनान सामी ने भी भारत के जयकारे लगाए हैं। अदनान कभी पाकिस्तानी नागरिक हुआ करते थे, मगर उन्होंने यहां की नागरिकता ग्रहण कर ली है। अदनान पहलगाम हमले के बाद से ही लगातार पाकिस्तान पर निशाना साध रहे हैं।

अब अदनान ने आज बुधवार (7 मई) को कई पोस्ट शेयर की हैं। उन्होंने पाकिस्तान की लाचारी का मजाक उड़ाने के साथ भारत का समर्थन करते हुए कई पोस्ट शेयर की हैं। अदनान ने एक GFX शेयर की है, जिसमें लिखा है, ‘सिंदूर से तंदूर तक’ और साथ में हैशटैग #OperationSindoor भी लिखा है। भारत ने 7 मई को मॉकड्रिल कहकर 6 मई की रात ही पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। इस पर भी अदनान ने एक मजेदार मीम शेयर किया है, जो ‘शोले’ फिल्म का है। पाकिस्तानी टीवी न्यूज़ एंकर्स को लेकर भी अदनान ने तंज कसा है।

इसमें लिखा था ‘पाकिस्तानी टीवी न्यूज एंकर अभी!! Aaaal is vell!!’ अदनान ने एक पोस्ट में लिखा, “…तुम RSS को भूल जाओ..ASS को बचाओ…” बता दें अदनान के पिता अरशद सामी खान पाकिस्तानी वायुसेना में पायलट थे। साल 2009 में उनका निधन हो गया। अदनान साल 2001 में काम के सिलसिले में भारत आए और उन्हें हिंदुस्तानियों से इतना प्यार मिला कि यहीं के होकर रह गए। पाकिस्तानी पासपोर्ट के साथ उन्होंने करीब 15 साल भारत में बिताए और बाद में भारतीय नागरिकता ले ली।

23 मई को रिलीज होने जा रही ‘केसरी वीर’ में योद्धा के रूप में नजर आएंगे सुनील शेट्टी

एक्टर सुनील शेट्टी तीन दशक से भी ज्यादा समय से बॉलीवुड में एक्टिव हैं। अब वे 23 मई को रिलीज होने वाली मूवी ‘केसरी वीर’ में एक योद्धा के किरदार में नजर आएंगे। यह फिल्म गुमनाम वीरों की कहानी पर आधारित है। फिल्म सोमनाथ मंदिर की रक्षा के लिए लड़े गए युद्ध पर केंद्रित है, जिसमें इन वीरों ने घुसपैठियों के खिलाफ मोर्चा संभाला था। सुनील ने फिल्म के प्रमोशन के दौरान एक इंटरव्यू में भारत की ऐतिहासिक फिल्मों और संस्कृति की महत्ता पर खुलकर बात की।

सुनील ने कहा कि हमें गर्व के साथ यह कहना चाहिए कि यह हमारा देश है, हमारे राज्य हैं और हमारे अपने हीरो हैं। बीते कुछ वर्षों में जिस तरह से ऐतिहासिक विषयों पर फिल्में बन रही हैं, उससे न सिर्फ लोग जुड़ रहे हैं, बल्कि वे हमारी संस्कृति, रीति-रिवाज और इतिहास के बारे में भी अधिक जान रहे हैं। यह बदलाव अपने घर में भी महसूस कर रहा हूं और यह पूरे देश में दिख रहा है। पहले गुजरात को सिर्फ व्यापार, खानपान, परिवार और त्योहारों की भूमि के रूप में देखा जाता था, लेकिन अब पहली बार वहां के असली हीरो की कहानियों को सामने लाया जा रहा है-वे लोग जिन्होंने मुगलों के खिलाफ अपने मंदिरों, अपने समुदाय और यहां तक कि भगवान शिव के लिए लड़ाई लड़ी।

हमारी फिल्म में एक बार भी किसी समुदाय को टारगेट नहीं किया गया है और न ही किसी के प्रति कोई नफरत दिखाई गई है। सनातन धर्म केवल धर्म या मजहब की बात नहीं करता बल्कि यह कर्म और सहानुभूति की बात करता है। फिल्म में दिखाया गया है कि हम नहीं चाहते कि बाहरी ताकतें हमारे देश में नफरत फैलाएं।