
आमिर खान और मशहूर फिल्ममेकर राजकुमार हिरानी एक बार फिर साथ आ रहे हैं। इस बार वे भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहब फाल्के की बायोपिक के लिए साथ आ रहे हैं। इस प्रोजेक्ट ने इंडस्ट्री में पहले ही हलचल मचा दी है और इसकी वजह भी अच्छी है।
बॉलीवुड हंगामा ने बताया, यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो पिछले चार सालों से चुपचाप विकास की प्रक्रिया में है। आमिर और हिरानी दोनों ही दादा साहब फाल्के के जीवन को न्याय देना चाहते थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को जन्म दिया। स्क्रिप्ट कई तरह के शोध और परिशोधन से गुज़री है। यह सिर्फ़ एक बायोपिक नहीं है - यह एक सिनेमाई श्रद्धांजलि है।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि पर आधारित यह फ़िल्म फाल्के की अथक दूरदृष्टि, बाधाओं और सिनेमाई विरासत को दर्शाएगी, जिसकी शुरुआत 1913 में राजा हरिश्चंद्र के निर्माण से होगी। भावनात्मक और प्रेरणादायक यात्रा इतिहास में गहराई से निहित होने और हिरानी की ट्रेडमार्क कहानी कहने की शैली से भरपूर होने की उम्मीद है।
दिलचस्प बात यह है कि आमिर खान सितारे ज़मीन पर की रिलीज़ के बाद इस भूमिका के लिए तैयारी शुरू कर देंगे। सूत्रों ने पुष्टि की है कि फिल्म अक्टूबर 2025 में फ्लोर पर आएगी, और मूक सिनेमा के युग को फिर से बनाने के लिए विस्तृत पीरियड सेटअप और अत्याधुनिक प्रोस्थेटिक्स के साथ बड़े पैमाने पर बनाई जाएगी।
पीके और 3 इडियट्स जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में उनके पिछले सहयोग को देखते हुए, उम्मीदें आसमान छू रही हैं। फिल्म को 2026 की एक प्रमुख सिनेमाई घटना के रूप में देखा जा रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी जाने की संभावना है।