मैच में आपने क्रिकेटर्स को देखा होगा कि जब भी कभी वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आसमान की तरफ देखकर ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करते हैं। हर क्रिकेटर अपने धर्म से जुड़े इष्ट को याद करता हैं। वैसे तो ऊपर वाला किसी को धर्म में बाँट कर नहीं भेजता। लेकिन लोग एक-दूसरे को धर्म में बाँटने में लगे रहते हैं। सभी क्रिकेटर्स सभी धर्मों का आदर करते हैं लेकिन कुछ क्रिकेटर्स ऐसे हैं जिन्हें दूसरे धर्म के विचार ज्यादा पसंद आये और उन्होंने उसके प्रति श्रद्धा-भाव रखते हुए अपना धर्म परिवर्तन कर लिया। आइये हम बताते हैं आपको उन क्रिकेटर्स के बारे में जिन्होनें अपना धर्म परिवर्तन किया।
* तिलकरत्ने दिलशान श्रीलंकाई टीम के बेहतरीन क्रिकेटर दिलशान क्रिकेट मैदान पर अपने बेहतरीन शॉट्स के लिए जाने जाते हैं। दिलशान का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। 16 साल की उम्र में दिलशान ने बौद्ध धर्म अपनाने का निर्णय लिया और तिलकरत्ने दिलशान बन गए। धर्म परिवर्तन के पहले उनका नाम तुवान मुहम्मद दिलशान था।
* कृपाल सिंह भारतीय टीम की ओर से 14 टेस्ट मैच खेलने वाले कृपाल सिंह को एक क्रिस्चियन लड़की से प्यार हो गया था जिससे उन्होंने बाद में शादी कर ली। शादी करने के बाद उन्होंने सिख धर्म को छोड़कर क्रिस्चियन धर्म अपना लिया। उन्होंने इस दौरान सिख पगड़ी पहनना बंद कर दी और दाढ़ी कटवा ली। उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट खेलने के दौरान ही किया था। धर्म परिवर्तन को बावजूद वह दोनों धर्मों को मानते रहे।
* युसुफ योहाना पाकिस्तान के बेहतरीन क्रिकेटर युसुफ योहाना पाकिस्तान टीम में शामिल किए गए एकमात्र क्रिस्चियन क्रिकेट खिलाड़ी रहे। पाकिस्तान टीम में लगभग एक दशक खेलने के बाद एका-एक योहाना ने साल 2005-2006 में क्रिस्चियन धर्म को छोड़कर इस्लाम अपनाने का फैसला किया और वह मोहम्मद युसुफ बन गए। इस्लाम अपनाने के पहले योहना अपने गले में क्रॉस पहनते थे। लेकिन इस्लाम अपनाने के बाद उन्होंने पूरी सिद्दत से इस धर्म को अपनाया और बड़ी दाढ़ी बढ़ाने के साथ इस धर्म की सेवा में तहे दिल से लग गए। योहना की पत्नी तानिया भी बाद में इस्लाम में परिवर्तित हो गईं और उनका नाम फातिमा पड़ गया।
* वायने पार्नेल दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाड़ी वायने पार्नेल ने 30, जुलाई 2011 को इस्लाम धर्म को अपना लिया। मात्र 22 साल की उम्र में धर्म परिवर्तिन करने वाले पार्नेल विश्व के कम उम्र में धर्म परिवर्तित करने वाले क्रिकेटरों की जमात में शामिल हो गए। पार्नेल ने धर्म परिवर्तन के तुरंत बाद अपना नाम वायने वलीद पार्नेल रख लिया।
* सूरज रणदीव श्रीलंका टीम के दाहिने हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज सूरज रणदीव ने श्रीलंका टीम की ओर से 12 टेस्ट और 30 वनडे मैच खेले और कुल 86 अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने में सफलता अर्जित की। इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि सूरज रणदीव का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था और उनका बचपन का नाम नाशुक मोहम्मद सूरज था। सूरज ने बाद में बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया और साल 2010 में अपना नाम बदल लिया और तबसे वह सूरज रणदीव के नाम से विश्व क्रिकेट में जाने गए।