सर्दियों में चेहरे पर तेल लगाने से पहले जानें ये महत्वपूर्ण बातें – किसे लगाना चाहिए और किसे नहीं

सर्दियों का मौसम आते ही सबसे अधिक परेशान करने वाली समस्याओं में से एक है – ड्राई स्किन। सर्द हवाएं और ठंडे वातावरण में स्किन अपनी नमी खोने लगती है, जिससे त्वचा सूखी और बेजान नजर आने लगती है। इस स्थिति में लोग आम तौर पर चेहरे पर तेल लगाने की सलाह लेते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि तेल त्वचा को अंदर से मॉइस्चराइज करेगा और ड्राईनेस से राहत देगा। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि हर किसी के लिए उपयुक्त हो। खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनकी स्किन ऑयली, एक्ने-प्रोन या सेंसिटिव हो। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि किन लोगों को चेहरे पर तेल नहीं लगाना चाहिए और किसके लिए यह लाभकारी हो सकता है। आइए जानते हैं कि सर्दियों में चेहरे पर तेल लगाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन लोगों को इससे बचना चाहिए।

किन लोगों को चेहरे पर तेल नहीं लगाना चाहिए

ऑयली स्किन वाले न लगाएं चेहरे पर तेल

यदि आपकी स्किन ऑयली है, तो आपको चेहरे पर तेल लगाने से बचना चाहिए। ऑयली स्किन अपने आप ही अधिक सीबम (oil) उत्पन्न करती है, जिससे त्वचा पहले से ही ऑयली और चमकदार दिखती है। जब आप अतिरिक्त तेल लगाते हैं, तो इससे आपके स्किन पोर्स में और अधिक तेल जमा हो सकता है, जिससे पोर्स ब्लॉक हो सकते हैं। यह स्किन की ऑयल प्रोडक्शन को बढ़ा सकता है और आपकी ऑयली स्किन की समस्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा, जब पोर्स ब्लॉक होते हैं, तो स्किन पर गंदगी और बैक्टीरिया फंस सकते हैं, जिससे एक्ने और पिंपल्स जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, ऑयली स्किन वाले लोग चेहरे पर तेल लगाने से बचें और ऐसे उत्पादों का चयन करें जो आपके चेहरे की अतिरिक्त ताजगी को नियंत्रित करें।

एक्ने वाली त्वचा पर न लगाएं तेल

यदि आपकी त्वचा में एक्ने की समस्या है, तो तेल लगाना एक खराब विकल्प हो सकता है। जैसा कि हम जानते हैं, एक्ने बैक्टीरिया के कारण होते हैं और जब आप चेहरे पर तेल लगाते हैं, तो यह बैक्टीरिया के लिए एक आदर्श वातावरण बनाता है। स्किन पोर्स में तेल जमा हो जाने से इन पोर्स में ब्लॉकेज हो सकता है, जिससे एक्ने का प्रकोप और बढ़ सकता है। तेल की वजह से पोर्स और ब्लॉक हो जाते हैं, और बैक्टीरिया आसानी से अपनी संख्या बढ़ाते हैं, जिससे आपकी त्वचा पर और अधिक पिंपल्स और एक्ने उभर सकते हैं। इसलिए, एक्ने वाली त्वचा पर तेल से बचने का सर्वोत्तम तरीका है।

डर्मेटाइटिस वाले लोग न लगाएं चेहरे पर तेल

डर्मेटाइटिस एक त्वचा रोग है जो स्किन को लाल, खुजलीदार और सूजनयुक्त बना सकता है। यदि किसी को डर्मेटाइटिस की समस्या है, तो चेहरे पर तेल लगाने से बचना चाहिए। तेल लगाने से स्किन पर रिएक्शन हो सकता है, जिससे समस्या और बढ़ सकती है। तेल के इस्तेमाल से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है या डर्मेटाइटिस की स्थिति ट्रिगर हो सकती है, जिससे आपकी स्किन पर और अधिक खुजली और सूजन हो सकती है। इसलिए, यदि आप डर्मेटाइटिस से पीड़ित हैं, तो चेहरे पर किसी भी तरह का तेल लगाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सेंसिटिव स्किन पर न लगाएं तेल

सेंसिटिव स्किन की अपनी विशेषताएं होती हैं, और इस प्रकार की त्वचा आमतौर पर बाहरी कारकों के प्रति अधिक संवेदनशील होती है। सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को तेल से एलर्जी हो सकती है, खासकर नारियल तेल और सरसों के तेल जैसे भारी तेलों से। इन तेलों के कण त्वचा द्वारा जल्दी से अवशोषित हो सकते हैं और स्किन पर रिएक्शन उत्पन्न कर सकते हैं, जैसे लालिमा, खुजली, या जलन। इसलिए, सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को अत्यधिक तैलीय उत्पादों से बचना चाहिए, क्योंकि ये उनकी त्वचा को और अधिक परेशान कर सकते हैं। ऐसे लोग हल्के, नॉन-कॉमेडोजेनिक (जो पोर्स को ब्लॉक न करें) और स्किन फ्रेंडली मॉइश्चराइजर्स का उपयोग करना चाहिए।

हाई ब्लड प्रेशर या हार्मोनल असंतुलन वाली त्वचा पर न लगाएं तेल

जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर या हार्मोनल असंतुलन की समस्या होती है, उन्हें भी तेल से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन समस्याओं की वजह से त्वचा पर अतिरिक्त तैलीयता और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, इन स्थितियों में त्वचा पर तेल लगाने से एक्ने और अन्य त्वचा संक्रमण बढ़ सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

तेल का चयन सही करें: यदि आपको तेल का उपयोग करना है, तो सुनिश्चित करें कि वह आपके त्वचा प्रकार के अनुसार उपयुक्त हो। हल्के और नॉन-कॉमेडोजेनिक तेल जैसे जोजोबा, अरगन, या अंगूर के बीज का तेल बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
संतुलित आहार: त्वचा की समस्याओं से बचने के लिए संतुलित आहार लेना आवश्यक है। हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए पर्याप्त पानी पिएं और असमय त्वचा समस्याओं से बचने के लिए ऑक्सीजनयुक्त आहार लें।
त्वचा की उचित सफाई: नियमित रूप से अपनी त्वचा को साफ करें, ताकि गंदगी, तेल और बैक्टीरिया से बचाव हो सके।