आयुर्वेद की मदद से मिलेगा बालों को पोषण, इन 7 तरीकों से रिपेयर करें अपने डैमेज बाल

वर्तमान मसय में देखा जा रहा हैं कि गलत खानपान, धूल-मिट्टी, प्रदूषण की वजह से बालों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा हैं और दो मुंहें बाल, रफ टेक्सचर और ड्राइनेस जैसी कई परेशानियों की वजह से बाल डैमेज हो रहे हैं एवं जड़ों में कमजोरी आने लगी हैं। ऐसे में बालों की सेहत अच्छी बनाने के लिए जरूरी हैं कि प्राकृतिक उपायों की मदद ली जाए। आप आयुर्वेद की और रूख कर सकती हैं जो आपके बालों को जड़ों तक पोषण देते हुए उन्हें मजबूत बनाए और सामने आने वाली इन परेशानियों का निराकरण करें। आज इस कड़ी में हम आपको आयुर्वेद के कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो डैमेज बालों को रिपेयर करेंगे।

आयुर्वेदिक हेयर ऑयल

अगर आयुर्वेदिक हेयर ऑयल से बालों की नियमित मसाज की जाए तो बालों की सेहत को काफी अच्छा बनाया जा सकता है। इससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है और सिर में ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है। हफ्ते में दो बार तो सिर की ऑयल मसाज अवश्य करनी चाहिए। सिर धोने से एक दिन पहले बालों की तेल मालिश करनी चाहिए। ब्राह्मी, अश्वगंधा, गूंजा, अमाल्की जैसे इंग्रेडिएंट्स से बना तेल प्रयोग कर सकती हैं।

आयुर्वेदिक थेरेपी

पंचकर्मा, नास्य, शिरोधर, बस्ती, शिरो अभ्यानगा जैसी आयुर्वेदिक थेरेपी ले सकती हैं। इनसे सिर को डीप नरिशमेंट मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार आता है। इससे सिर डिटॉक्स और रिजूविनेट होता है। इन थेरेपी से आपका दिमाग और शरीर काफी रिलैक्स महसूस करता है और इस वजह से मौजूद स्ट्रेस में भी काफी राहत मिलती है।

आयुर्वेदिक शैंपू

आयुर्वेदिक शैंपू बालों के लिए काफी अच्छे होते हैं क्योंकि वह एक प्रकार की प्राकृतिक हेयर केयर रेमेडी होते हैं। इससे आपके बाल रिपेयर भी होते हैं और उनका विकास भी होता है। रीठा, शिकाकाई जैसे तत्व आयुर्वेदिक शैंपू में पाए जाते हैं। इन तत्वों में विटामिन ए, सी, डी, ई और के होते हैं जो आपके सिर और बालों की सेहत के लिए काफी आवश्यक होते हैं। इसके अलावा इन शैंपू में आंवला, मेथी और ब्राह्मी भी होते हैं।

आयुर्वेदिक हेयर मास्क

अगर बालों को अच्छे से नरिश करना चाहती हैं तो आयुर्वेदिक मास्क अप्लाई कर सकती हैं और ऐसी ही एक मास्क का नाम शीरो लेपा है। यह न केवल सिर से स्ट्रेस कम करने में मदद करता है बल्कि बालों तक ब्लड सप्लाई इंप्रूव करने में भी मदद करता है। आप आंवला पाउडर और शिकाकाई के द्वारा भी हेयर मास्क बना सकती हैं। भृंगराज और नीम का हेयर मास्क भी बालों के लिए लाभदायक होता है। एलो वेरा को भी हेयर मास्क के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

आयुर्वेदिक हेयर सीरम

आयुर्वेदिक हेयर सीरम को बालों में लगाने से आपके बाल बाहरी तत्वों जैसे प्रदूषण और धूप की हानिकारक किरणों से बचे रहते हैं। इससे बालों में उलझनें कम होती हैं और बालों में एक शाइन एड होती है। आप ऐसे सीरम का प्रयोग कर सकती हैं जिसमे प्राकृतिक हर्ब्स और इंग्रेडिएंट्स जैसे एलो वेरा, ऑर्गन ऑयल, भृंगराज आदि मिले हुए होते हैं। यह इंग्रेडिएंट्स दोष लेवल को बैलेंस करते हैं और साथ ही हेयर डैमेज से भी बालों को रिपेयर करते हैं।

हेल्दी डाइट का भी करें पालन

हमारे शरीर के साथ साथ हमारे बालों को भी स्वस्थ रहने के लिए पोषण की जरूरत होती है। इस पोषण को डाइट के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है। अपनी डाइट में ऐसी चीजें एड करें जिसमे आयरन, जिंक, प्रोटीन और विटामिन होते हैं।

रेगुलर एक्सरसाइज करें

आयुर्वेद के अनुसार रोजाना एक्सरसाइज करने से शरीर डिटॉक्सिफाई होता है और शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं। साथ ही एक्सरसाइज करने से आपके शरीर को जरूरी प्राकृतिक न्यूट्रिएंट्स और ऑक्सीजन मिलती है। जिससे आपके बालों के फॉलिकल्स में ब्लड फ्लो बढ़ता है। अगर आप का कार्डियो नहीं करना चाहते हैं तो आप योगा और प्रणायाम अपने डेली रूटीन में शामिल करें।