बालों का झड़ना बन चुका हैं एक बड़ी समस्या, ये 8 प्राकृतिक उपाय दूर करेंगे परेशानी

प्रदूषण, धुल-मिट्टी और खराब खानपान की वजह से बालों को सही पोषण नहीं मिल पाता हैं, खासतौर से सर्दियों के दिनों में। इन वजहों से बालों से जुड़ी कई समस्याएं सामने आती हैं। देखा जाता हैं कि आजकल बालों का रूखापन बढ़ने लगा हैं और ये कमजोर होते हुए बहुत झड़ने लगे हैं। इसकी वजह से सिर में बालों की कमी हो गई हैं बहुत पतले बाल हो गए हैं जिनकी सही से चोटी भी नहीं बन पाती हैं। ऐसे में आपको जरूरत हैं प्राकृतिक उपायों की जो बिना नुकसान पहुंचाए बालों को मजबूती प्रदान करें और इन्हें झड़ने से रोके। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।


एवोकाडो

यह बालों को मॉइस्चराइज़ करने में मदद करता है जिससे बाल घने होतें हैं। इसमें मौजूद विटामिन इ बालों को मुलायम बनाता है। इस्तेमाल के लिए एक एवोकाडो और केले को क्रश कर लें और फिर उसमे जैतून का तेल मिला लें। अच्छे से मिलाकर बालों की जड़ों में लगाकर मसाज करें। आधा घंटे मिश्रण को बालों में रखें। फिर शैम्पू कर लें।

मेथी के बीज

यह बालों का झड़ना रोकने में मदद करती है और बालों को ग्रोथ अच्छी करती है। इस्तेमाल के लिए 1-2 चम्मच मेथी के बीजों को पानी में 8 से 10 घंटे के लिए भिगोकर रख दें। उसके बाद मेथी को छानकर मिक्सी में पीस लें। अब इसमें 2 चम्मच नारियल तेल मिलाएं। और अपने बालों में अच्छे से लगाएं। आधा घंटे रखें और फिर गुनगुने पानी से बाल धो लें। एक हफ्ते तक रोजाना इसका इस्तेमाल करें बालों का रूखापन और झड़ना बंद हो जाएगा।


आंवला

आंवला में बहुत से लाभकारी पोषक तत्व पाए जाते है जो बालों की जड़ों को मजबूत करके लंबाई बढ़ाने में मदद करते हैं। इस्तेमाल के लिए 1 चम्मच आंवला पाउडर को 2 चम्मच नारियल तेल में मिलाकर उबालने तक अच्छे से गर्म कर लें। अब तेल को छान लें और हल्का गुनगुना होने से पहले जड़ों में अच्छे से लगा लें। उसके बाद अगली सुबह बाल में शैम्पू कर लें। इस उपाय का इस्तेमाल तब तब करें जब आप बाल धोने वाले हों। अच्छे बालों के लिए आंवला फल और आंवला फ्रूट जूस का सेवन भी किया जा सकता है।

अरंडी का तेल

अरंडी के तेल में बहुत से गुण पाए जाते हैं जो बालों को मजबूत, लंबा और घना बनाने में मदद करते है। इस्तेमाल के लिए अरंडी के तेल की 1/4 और नारियल तेल की 3/4 मात्रा मिलाकर गर्म कर लें। अब इसे अपने बालों की जड़ों में लगाएं और हलके हाथों से मसाज करें। फिर बालों में कंघी कर लें जिससे तेल पुरे बालों में फ़ैल जाए। उसके बाद बालों को गर्म तौलिया से ढक लें। एक घंटे तक ऐसे ही रखें और उसके बाद बालों में शैम्पू कर लें। लंबे बालों के लिए हफ्ते में एक बार इस उपाय का इस्तेमाल करें।

संतरे का रस

संतरे के रस में विटामिन सी होता है जो बालों की प्राकृतिक चमक लौटाने में मदद करता है और साथ ही बालों को हुए नुकसान को भी ठीक करता है। इस्तेमाल के लिए एक संतरा लेकर उसे मिक्सी में पीस लें। छिलका उतारने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह भी बालों के लिए लाभकारी होता है। पीसने के बाद संतरे के गूदे को बाल में लगा लें। आधे घंटे तक रखें और फिर बाल धो लें। शैम्पू के बाद कंडीशनर जरूर लगाएं, क्योंकि रस का एसिड बालों को रुखा बना सकता है। अच्छे बालों के लिए सप्ताह में एक बार इस उपाय का इस्तेमाल करें फायदा होगा।

अलसी

अलसी में ओमेगा – 3 फैटी एसिड और प्रोटीन होता है जो बालों को घना करने में मदद करता है। इस्तेमाल के लिए रात में अलसी को पानी में भिगों दें। सुबह जागकर उस अलसी को छानकर 2 कप पानी में तेज आंच पर उबाल लें। जब मिश्रण जेल लगने लगे तो गैस बंद कर दें और उसे छान लें। अब इसमें कोई भी बाल में लगाने वाला तेल मिला लें। मिश्रण के ठंडा होने के बाद बालों में लगाएं। घुंघराले और रूखे बालों के लिए ये उपाय बहुत लाभकारी होता है।

अंडा
इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जो बालों को मजबूत और घना बनाने के लिए जरुरी होता है। इस्तेमाल के लिए बालों की लंबाई के अनुसार 1 या 2 अंडे लें और तोड़कर अच्छे से मिला लें। अब गीले बालों में इसे लगाएं और आधे घंटे के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से बाल धो लें। इसका इस्तेमाल आप हफ्ते में 1 या 2 बार कर सकते है। अगर आप चाहे तो अंडे के पीले भाग में एक चम्मच बालों में लगाने वाला तेल डालकर भी अपने बालों की जड़ों में लगा सकती हैं। इससे बाल घने होंगे।



जैतून का तेल

जैतून का तेल बालों को घना करने में मदद करता है और उन्हें मजबूत और स्मूथ भी बनाता है। इस्तेमाल के लिए बालों में गर्म जैतून के तेल से मालिश करें। 30 से 40 मिनट ऐसे ही रहने दें। उसके बाद बालों में शैम्पू कर लें। आप चाहे तो इसे रातभर लगे रहने दे सकतें है और फिर अगली सुबह शैम्पू कर सकतें हैं। इस तेल को शैम्पू के साथ मिलाकर भी लगाया जा सकता है। इस उपाय का इस्तेमाल हफ्ते में 1 या 2 बार किया जा सकता है।