महाशिवरात्रि पर राशि अनुसार करें शिव का पूजन, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

शिव को समर्पित महाशिवरात्रि का पावन पर्व आने वाला हैं और सभी भक्तगण इस दिन व्रत रखते हुए भगवान् शिव का पूजन करते हैं ताकि उनकी हर मनोकामना पूर्ण हो शिव की कृपा उनपर बनी रहें। शिव को भोलेनाथ कहा जाता हैं जो कि मात्र जल और बिल्वपत्र से प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन अगर राशि के अनुसार शिव का पूजन किया जाए तो इसके फल अतिशीघ्र प्राप्त होते हैं और सोया हुआ भाग्य चमक उठेगा। तो आइये जानते हैं राशि अनुसार कैसे करें शिव का पूजन।

महाशिवरात्रि 2020 : शिवपुराण के अनुसार इस तरह करें पूजन, मिलेगा पूर्ण लाभ

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मेष : रक्तपुष्प से पूजन करें तथा अभिषेक शहद से करें। 'ॐ नम: शिवाय' का जप करें।

वृषभ : श्वेत पुष्प तथा दुग्ध से पूजन :अभिषेक करें। महामृत्युंजय का मंत्र जपें।

मिथुन : अर्क, धतूरा तथा दुग्ध से पूजन :अभिषेक करें। शिव चालीसा पढ़ें।

कर्क : श्वेत कमल, पुष्प तथा दुग्ध से पूजन :अभिषेक करें। शिवाष्टक पढ़ें।

सिंह : रक्त पुष्प तथा पंचामृत से पूजन :अभिषेक करें। शिव महिम्न स्त्रोत पढ़ें।

कन्या : हरित पुष्प, भांग तथा सुगंधित तेल से पूजन :अभिषेक करें। शिव पुराण में वर्णित कथा का वाचन करें।

तुला : श्वेत पुष्प तथा दुग्ध धारा से पूजन :‍अभिषेक करें। महाकाल सहस्त्रनाम पढ़ें।

वृश्चिक : रक्त पुष्प तथा सरसों तेल से पूजन :‍अभिषेक करें। शिव जी के 108 नामों का स्मरण करें।

धनु : पीले पुष्प तथा सरसों तेल से पूजन :‍अभिषेक करें। 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण करें।

मकर : नीले :काले पुष्प तथा गंगाजल से पूजन :‍अभिषेक करें। शिव पंचाक्षर मंत्र का जप करें।

कुंभ : जामुनिया :नीले पुष्प तथा जल से पूजन :‍अभिषेक करें। शिव षडाक्षर मंत्र का 11 बार स्मरण करें।

मीन : पीले पुष्प तथा मीठे जल से पूजन :‍अभिषेक करें। रावण रचित शिव तांडव का पाठ करें।