आज शिव के काल भैरव रूप की उत्पति हुई थी जिसे काल भैरव अष्टमी के रूप में जाना चाहता हैं। आज के दिन को काल भैरवाष्टमी के रूप में जाना जाता हैं। सभी भक्तगण इस दिन काल भैरव को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं और उन्हें प्रसाद के रूप में शराब भी चढाते हैं। सभी कालभैरव से आशीर्वाद पाना चाहते है। आज हम आपको 5 दिव्य अमोघ मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से काल भैरव की आराधना की जाए तो व्यापार-व्यवसाय, शत्रु पक्ष से आने वाली परेशानियां, विघ्न, बाधाएं, कोर्ट कचहरी तथा निराशा आदि से मुक्ति पाई जा सकती है। तो आइये जानते हैं इन मन्त्रों के बारे में।
- 'ॐ कालभैरवाय नम:।'