क्यों रात के 3 बजे का समय होता है डरावना!

कई बार आपके साथ भी ऐसा हुआ होगा कि आधी रात में नींद खुली होगी और लगा होगा कि जैसे कोई आपके पास बैठा था या अभी तुरंत आपको किसी ने जगाया था. क्या आपने कभी समय देखा है, कहीं तब सुबह के 3 तो नहीं बजे थे? वेसे तो सुबह का समय ब्रहममुर्हत का समय होता हैं जो कि पाठ - पूजा के लिए सबसे उचित समय माना गया हैं. उसके विपरीत पूरी दुनिया में 3 बजे के लगभग का समय शैतानी शक्तियों का भी माना जाता हैं, आइये जानते है इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में.

# कैथलिक मान्यता के अनुसार जब जीजस क्राइस्ट यानि ईसा मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था. यह वह समय था जब सभी शैतानी शक्तियां ईश्वर की शक्तियों के सामने बेहद कमजोर पड़ गई थीं, लेकिन इसके ठीक 2 घंटे बाद यानि सुबह के 3 बजे (3 AM) सभी शैतान सबसे ज्यादा शक्तिशाली हुए.

# इसके अलावा यहां यह मान्यता भी है जिस प्रकार क्रूस को उल्टा करने पर यह पवित्र चिह्न से उलट शैतान का चिह्न बन जाता है, उसी प्रकार दोपहर के पवित्र 3 बजे का समय रात के 3 बजे अपनी उलट अवस्था में होता है.

# सिद्धियां प्राप्त करने के लिए तांत्रिक कई प्रकार की साधना करते हैं. इनमें बलि देना और गुप्त साधना भी आते हैं. तंत्र विद्या के अनुसार सुबह के 3 बजे की गई साधना या दी हुई बलि सबसे ज्यादा फलीभूत होती हैं. इसलिए एक तांत्रिक के लिए यह समय बहुत मायने रखता है.

# वैज्ञानिकों के अनुसार इसमें एक प्रकार से आपका मस्तिष्क जाग चुका होता है, लेकिन शरीर स्थूल होता है और दोनों की गति में सामंजस्य नहीं हो पाने के कारण ऐसी स्थितियां महसूस होती हैं.

# कई बार ऐसा भी होता है कि आप देर रात तक जगे रहते हैं, लेकिन आपके मस्तिष्क में सुबह जल्दी या नियत समय पर ही उठने की बात चल रही होती है. ऐसे में भी मस्तिष्क की वह जल्दी उठने की सक्रियता शरीर की स्थूलता के साथ सामंजस्य नहीं बिठा पाती है और तब भी ऐसी ही स्थितियां पैदा होती हैं.