Diwali 2021 : आखिर हनुमान जी को क्यों पसंद हैं सिंदूर, जानें शास्त्रों में वर्णित इससे जुड़ी कहानी

दिवाली के पावन पर्व पर भक्तगण चाहते हैं कि उनके घर में सुख-समृद्धि और धन-धान्य बना रहे। इसके लिए देवी-देवताओं से जुड़े उपाय लिए जाते हैं। कलयुग के देवता कहे जाने वाले हनुमान जी का भी आशीर्वाद पाने के लिए भक्त उन्हें उनकी पसंदीदा चीज सिंदूर चढ़ाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर हनुमान जी को सिंदूर क्यों पसंद हैं। इससे जुड़ा एक किस्सा शास्त्रों में वर्णित हैं जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। भगवान श्रीराम को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी ने खुद को सिंदूर से भर दिया और सिंदूरी हो गए।

शास्त्रों में इस विषय में जानकारी दी गई है कि जब रावण को मारकर राम जी सीता जी को लेकर अयोध्या आए थे। तब हनुमान जी ने भी भगवान राम और माता सीता के साथ आने की जिद की। राम ने उन्हें बहुत रोका। लेकिन हनुमान जी थे कि अपने जीवन को श्री राम की सेवा करके ही बिताना चाहते थे। श्री हनुमान दिन-रात यही प्रयास करते थे कि कैसे श्री राम को खुश रखा जाए।

एक बार उन्होंनें माता सीता को मांग में सिंदूर भरते हुए देखा। तो माता सीता से इसका कारण पूछ लिया। माता सीता ने उनसे कहा कि वह प्रभु राम को प्रसन्न रखने के लिए सिंदूर लगाती हैं। हनुमान जी को श्री राम को प्रसन्न करने की ये युक्ति बहुत भा गई। उन्होंने सिंदूर का एक बड़ा बक्सा लिया और स्वयं के ऊपर उड़ेल लिया। और श्री राम के सामने पहुंच गए।

तब श्री राम उनको इस तरह से देखकर आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने हनुमान से इसका कारण पूछा। हनुमान जी ने श्री राम से कहा कि प्रभु मैंने आपकी प्रसन्नता के लिए ये किया है। सिंदूर लगाने के कारण ही आप माता सीता से बहुत प्रसन्न रहते हो। अब आप मुझसे भी उतने ही प्रसन्न रहना। तब श्री राम को अपने भोले-भाले भक्त हनुमान की युक्ति पर बहुत हंसी आई। और सचमुच हनुमान के लिए श्री राम के मन में जगह और गहरी हो गई।