जानिए, मरने के बाद नाक और कान में क्यों डाली जाती है रुई

हम अक्सर ऐसा देखते हैं कि जब भी किसी की मृत्यु होती है तो उसके नाक और कान में रूई लगा दी जाती है। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी के निधन हुआ है। दुबई में श्रीदेवी के निधन के बाद सबने उनके पार्थिव शरीर की तस्वीर जरूर देखी होंगी, जिसमें उनके मृत शरीर के नाक और कान में रुई लगाई गई थी। ऐसा क्यों किया जाता है इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक मान्यताएं क्या है आइए जानते हैं।

मृत शरीर को नहलाकर उसके नाक और कान में रूई डाल दी जाती है इसके पीछे वैज्ञानिक मान्यताएं है। जिसके अनुसार मृतक शरीर के अंदर कोई कीटाणु न जा सके इसलिए नाक और कान को रूई से बंद कर दिया जाता है। इसके अलावा मृत शरीर के नाक से एक द्रव निकलता है जिसे रोकने के लिए रुई का इस्तेमाल किया जाता है।

मरने के बाद शरीर पर इसलिए लगाया जाता है लेप, श्रीदेवी के शव पर भी लगाया गया

वहीं दूसरा कारण धार्मिक ग्रंथों से जुड़ा है। हिन्दू ग्रंथ गरुण पुराण के अनुसार मृत शरीर के खुले हुए हिस्सों में सोने के टुकड़ो को रखा जाता है जिसे शरीर के नौ अंगों में रखा जाता है। सोने का टुकड़ा बहुत ही पवित्र होता है इसे मृत शरीर पर रखने से देह की आत्मा को शांति मिलती है। नाक और कान के छेद बड़े होते हैं उस में रखा हुआ सोने का टुकड़ा गिर ना जाए इसीलिए नाक और कान में रूई डाली जाती है।