आज हम एक बेहद रोचक टॉपिक पर चर्चा करना चाहेंगे जो हमारे सोने की पोजीशन से रिलेटेड है. हालांकि नींद आने के बाद अक्सर लोग किसी भी मुद्रा में सो जाते हैं लेकिन इसके बावज़ूद कुछ ऐसी खास पोजीशंस हैं, जिसे लोग गहरी नींद में पहुंचने के बाद स्वतः अपना लेते हैं. आपने शायद ही सोचा होगा कि सोने का अंदाज भी आपके व्यक्तित्व और मानसिकता का परिचायक हो सकता है. लेकिन जान लीजिए कि बिस्तर पर आप जिस मुद्रा में सोते हैं, वह आपके बारे में बहुत कुछ कह जाती है. जानिए किस प्रकार सोने वाले लोगों का स्वभाव कैसा होता है -
# हाथ-पैर सिकोड़ कर : इस तरह हाथ-पैर सिकोड़ कर सोने का अर्थ है कि आप हर वक्त खतरा महसूस करते हैं तथा अपने आप को प्रोटेक्शन देने के लिए ऑटोमैटिकली डिफेंसिव पोजीशन अपना लेते हैं. इस अवस्था में सोना इंसान को बेहद मानसिक सुकून देता है जिससे कि वह पूरी रात चैन से सो पाता है.
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स्टमक स्लीपर्स : ऐसे लोग, जैसा कि नाम से ही जाहिर है, पेट के बल सोते हैं और सोते समय अपने हाथ सर पर या कानों पर रख लेते हैं. ऐसे लोग अंदर से संवेदनशील और नर्म स्वभाव के होते हैं, भले ही बाहर से बोल्ड नजर आते हों.
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तकिए को पकड़कर : तकिए या टेड्डी को पकड़कर सोने वाले लोग प्यारे और दूसरों की केयर करने वाले होते हैं और दूसरों से भी इसी की उम्मीद रखते हैं. ये वफादार मित्र होते हैं और दिल से अच्छे होते हैं.
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पांवों को कसकर सोना : जो लोग सोते समय पांवों को जकड़ लेते हैं और जिन्हें सारे शरीर को ढककर सोने की आदत है, ऐसे लोगों का जीवन निश्चित रूप से संघर्षपूर्ण रहता है. ये परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढाल लेते हैं, यही इनकी सबसे बड़ी विशेषता होती है. ये बहुत ही व्यवहारकुशल होते हैं. ये सभी के साथ आसानी से घुलमिल जाते हैं.
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हाथ-पैर फैला कर : इसके अलावा दूसरी सबसे कॉमन मुद्रा है हाथ-पैर फैला कर सोना, जिस दौरान आपके हाथ व पैर लापरवाह और बेतरतीब ढंग से इधर-उधर फैले होते हैं. इस विशेष पोजीशन की अपनी खासियत है. ऐसे इंसान अपनी पूरी जिंदगी ही बेहद लापरवाह और गैर-जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में बिता जाते हैं.
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छत की ओर देखते हुए सीधे सोना : जो लोग सीधे ऊपर की ओर चेहरा करके सोते हैं वो अंतर्मुखी होते हैं और रिजर्व नेचर के होते हैं. वो सिर्फ उन्ही से बात करते हैं जिनके साथ वे सहज होते हैं. इनमें बड़प्पन की भावना होती है और बहुत ज्यादा आत्मविश्वास होता है.