शिव की कृपा चाहिए? सावन शिवरात्रि पर करें ये 5 चमत्कारी उपाय

हिंदू धर्म में यूं तो हर महीने शिवरात्रि व्रत किया जाता है लेकिन सावन महीने की शिवरात्रि का एक अलग ही दिव्य महत्व होता है, जिसका इंतजार श्रद्धालु पूरे वर्ष करते हैं। इस बार सावन शिवरात्रि 2 अगस्त को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस पावन दिन भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना से जीवन के हर क्षेत्र में शुभता और सफलता प्राप्त होती है। इस बार की शिवरात्रि को और भी खास बना रहा है गुरु पुष्य योग का दुर्लभ संयोग। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ योग में किए गए उपायों से मनचाही मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए जानते हैं कि सावन शिवरात्रि पर कौन-से ऐसे उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप भोग और मोक्ष दोनों के अधिकारी बन सकते हैं।

1. शिवलिंग का अभिषेक करें पूरी श्रद्धा के साथ

सावन शिवरात्रि के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद शिवलिंग का जल, कच्चा दूध, शहद, घी, गन्ने का रस और गंगाजल से 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें। अभिषेक के बाद शिवलिंग पर अक्षत, चंदन और बेलपत्र अर्पित करें। ऐसा करने से न सिर्फ कार्यों में आ रही अड़चनें दूर होती हैं, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। यह क्रिया न सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह आंतरिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी करती है।

2. रात को शिवचालीसा के साथ जागरण करें, सोने न दें अपना भाग्य

मान्यता है कि सावन शिवरात्रि की रात अगर आप सोते हैं तो आपका भाग्य भी सो जाता है! इस कारण इस रात को रात्रि जागरण करना अत्यंत पुण्यदायक माना गया है। जागरण के दौरान शिव चालीसा, महामृत्युंजय जाप या रुद्राष्टक का पाठ करें। ऐसा करने से भाग्य जागृत होता है और जीवन में लक्ष्मी का वास होता है। यह एक आत्मिक अनुभव भी देता है जो आपकी भावनाओं को जोड़ता है भगवान से।

3. चार प्रहर में करें शिवलिंग का अभिषेक, मिलेगा मोक्ष का आशीर्वाद

शिव पुराण के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा विशेष फलदायक मानी जाती है। प्रत्येक प्रहर में अलग-अलग सामग्री से अभिषेक करने का विधान है – जैसे जल, दूध, दही, घी, शहद आदि। यह साधना सिर्फ बाहरी पूजा नहीं बल्कि अंतरात्मा की गहराइयों से जुड़ने का माध्यम है। ऐसी पूजा से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है और भौतिक सुखों के साथ-साथ मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त होता है।

4. घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं और दीप जलाएं, नकारात्मकता होगी दूर

सावन शिवरात्रि के दिन घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और संध्या समय प्रदोष काल में शिव पूजन करें। साथ ही, घर के ईशान कोण में एक दीपक जरूर जलाएं। ऐसा माना जाता है कि यह उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और कालसर्प दोष जैसी बाधाओं से मुक्ति दिलाता है। ये छोटे-छोटे प्रयास आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

5. शिवलिंग पर बनाएं त्रिपुंड, करें दान—मिलेगी रोगों से मुक्ति

पूजा करते समय शिवलिंग पर सफेद चंदन से त्रिपुंड बनाएं। त्रिपुंड भगवान शिव का पवित्र चिह्न है, जो ज्ञान, शक्ति और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ ही गेहूं व जौ का दान करें, जो अन्न दान का श्रेष्ठतम रूप है। मान्यता है कि ऐसा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और जीवन में नए अवसर प्राप्त होते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।