महाभारत के दौरान कई लोग हुए हैं जिनकी बुद्धिमता और ज्ञानता के चलते उनकी प्रसिद्धि आज भी बनी हुई हैं। ऐसी ही एक शख्सियत हैं विदुर जिनकी नीतियों से कौरव और पांडव दोनों प्रभावित थे। विदुर की नीतियां आज के जीवन पर भी प्रभावी होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको विदुर द्वारा बताए गए उन लोगों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी दोस्ती जीवन में समस्याएं लाती हैं। ऐसे में इन लोगों से दूरी बनानी जरूरी हैं ताकि जीवन में हमेशा खुशहाली रहेगी। तो आइये जानते हैं उन 5 लोगों के बारे में।
पापी लोग
पापी लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखनी चाहिए क्योंकि इसका अंत कभी अच्छा नहीं होता है। कर्ण कितना बड़ा दानवीर था लेकिन दुर्योधन के साथ रहकर वह उसके पाप का भी भागी बना और अंत उसको युद्ध में मृत्यु प्राप्त हुई। इसलिए ना किसी के पाप में भागीदार बनें और ना ही किसी पाप करने के विचार वालों का साथ दें।
निर्लज्ज इंसान
निर्लज्ज इंसानों का कोई आदर नहीं करता है, अगर आप ऐसे लोगों के साथ रहेंगे तो आपका भी कोई आदर नहीं करेगा। यहां तक की ऐसे लोगों को तुच्छ समझा जाता है। दुर्योधन ने भरी सभा में निर्लज्जता के साथ द्रौपदी का चीर हरण करने को कहा और उस सभा में भीष्म पितामह और गुरु द्रोणाचार्य जैसे बड़े-बड़े ज्ञानी थे लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा। वह सभी पाप के भागी बने और अंत में मृत्यु को प्राप्त हुए।
कामी इंसान
महात्मा विदुर ने अंत में अपनी नीति में कहा है कि कामी इंसान से हमेशा दूरी बनाकर रखें। ऐसे लोग ना केवल समाज इज्जत पाते हैं बल्कि घर में इनको घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। इसलिए अपना और अपने परिवार का सम्मान बनाए रखने के लिए हमेशा ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखें। ऐसे लोग आपको भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बुराई करने वाले
महात्मा विदुर ने कहा है कि दुसरों की बुराई करना और दूसरों में फूट डालने का जिनका स्वभाव होता है, ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए। क्योंकि दूसरों की बुराई और फूट डालने वाले व्यक्ति खुद तो पाप के भागी बनता ही है, साथ ही आपको भी भागीदार बनाते है। हिंदू धर्म ग्रंथों में इसको सबसे बड़ा पाप बताया गया है और ऐसे लोगों का हमेशा सर्वनाश होता है।
दूसरों को दुख देने वाले
जो लोग दूसरों को दुख देते हैं, वह कभी सुख नहीं रह सकते। इसलिए ऐसे लोगों को साथ रहने से आप अपनी खुशियों को दुख में बदल लेते हैं। ऐसे लोगों का कभी भाग्य भी साथ नहीं देता इसलिए लोगों को दुख देने वालों से दूरी बनाने में ही आपकी भलाई है।