आपकी बिगडती किस्मत का कारण बन सकते हैं जूते, जानें कैसे

वास्तु के अनुसार आपके आस-पास की चीजों में ऊर्जा होती हैं जो कि आपके जीवन को प्रभावित करती हैं। इन चीजों की ऊर्जा आपकी सफलता और असफलता का निर्णय करती हैं। ऐसे में आपके जूते भी बहुत काम के हैं जो आपकी बिगडती किस्मत का कारण बन सकते हैं। जी हां, जूतों से जुड़े भी वास्तु के कुछ नियम हैं जिनका नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको जूतों से जुड़े उन्हीं नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रख अपनी बिगडती किस्मत को संभाला जा सकता हैं।

असफलता दिलाते हैं ऐसे जूते

माना जाता है कि कपड़ों के साथ जूतों का भी ध्यान रखना चाहिए। खासतौर पर किसी शुभ काम व नौकरी तलाश करने जाने पर पुराने, फटे व गंदे जूते पहनकर जाने से बचना चाहिए। इससे असफलता मिलने का खतरा रहता है।

इस दिशा में रखें

वास्तु के अनुसार, घर पर कभी भी जूते-चप्पल इधर-उधर बिखेर कर नहीं रखने चाहिए। इससे वास्तुदोष उत्पन्न होने के साथ जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसे हमेशा शू रैक में ढक कर ही रखें। साथ ही इसे रखने के लिए घर की दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम अथवा पश्चिम दिशा शुभ मानी जाती है।

रसोईघर में ना लेकर जाएं जूते

रसोईघर को पवित्र स्थान माना जाता है। ऐसे में वहां जूते-चप्पल ले जाने से बचना चाहिए। इससे घर की महिलाएं व अन्य सदस्यों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में आप चाहे तो कपड़े की चप्पल का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही घर के पूजा स्थान में भी इसे पहन कर जाने की गलती ना करें।

कार्यक्षेत्र में इस रंग के जूते ना पहनें

वास्तु के अनुसार, कार्यक्षेत्र में भूरे रंग के जूते पहनने से बचना चाहिए। माना जाता है कि इससे काम में रूकावटें आने के साथ सफलता मिलने में देरी होती है।

उपहार में देने व लेने से बचें

वास्तु के अनुसार, जूते-चप्पल कभी भी किसी को उपहार के तौर पर देने व लेने से बचना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है।

इस काम को करने से बचें

अक्सर लोग बाहर से आकर घर में इधर-उधर जूते फेंक देते हैं। मगर इससे दुश्मन बढ़ने के साथ कार्यों को पूरा होने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।