दिशा से जुड़ा है दरवाजों का महत्व, जानें इसके बारे में

आपने देखा होगा कि कई लोग अपना घर बनवाते वक्त वास्तु का बड़ा ध्यान रखते हैं क्योंकि वास्तुदोष घर में अशांति और कलह का कारण बनता हैं। ऐसे में घर के दरवाजों का भी वास्तु में बड़ा महत्व माना जाता है। दरवाजों की दिशा बताती हैं कि सकारात्मकता का संचार होगा या नकारात्मकता का। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौनसी दिशा में दरवाजा लगाने से क्या प्रभाव पड़ता हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

पूर्व : पूर्व दिशा में घर का दरवाजा है कई मामलों में शुभ है लेकिन ऐसा व्यक्ति कर्ज में डूब जाता है।

पश्चिम : पश्चिम दिशा में दरवाजा होने से घर की बरकत खत्म होती है।

उत्तर : उत्तर दिशा का दरवाजा शुभ फल ही देता है लेकिन यदि उस दरवाजे के सामने किसी भी प्रकार का वास्तुदोष नहीं हो तो।

दक्षिण : दक्षिण दिशा का दरवाजा है तो लगातार आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

आग्नेय : आग्नेय दिशा का दरवाजा घर में रोग उत्पन्न करता है।

ईशान : ईशान दिशा के दरवाजे के सामने किसी भी प्रकार का वास्तुदोष नहीं है तो यह शुभफलदायी होता है।

नैऋत्य : यह दिशा भी दक्षिण और आग्नेय दिशा की तरह फल देने वाली होती है।

वायव्य : वायव्य दिशा के दावाजे का फल भी पश्‍चिम और उत्तर की तरह हो सकता है, लेकिन यह दिशा सही नहीं है तो पड़ोसी से संबंध खराब हो सकते हैं।