वास्तुशास्त्र का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता हैं। किसी भी परिस्थिति या जगह पर वास्तुदोष होने पर उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। इसलिए शुभ प्रभाव के लिए हमेशा वास्तु के अंतर्गत कार्य करने चाहिए। आज हम बात करने जा रहे हैं पार्किंग स्पेस के बारे में जिसके लिए वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर वाहन पार्किंग स्पेस वास्तु संगत ना हो तो इससे वाहन को नुकसान होने का खतरा बना रहता हैं। तो आइये जानते हैं पार्किंग स्पेस के लिए वास्तु शास्त्र के कुछ टिप्स।
* प्लॉट के उत्तरी पश्चिमी कोने में पार्किंग की जगह होनी चाहिए। यह नियम उस स्थान पर लागू होता है, जहां वाहन को सबसे अधिक समय तक पार्क होना है।
* अपने प्लॉट, जिस पर मकान बना है, के दक्षिण-पश्चिम कोने में वाहन की पार्किंग बनाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से वाहन ज्यादा समय तक गैराज में रहता है या फिर इसमें जल्दी-जल्दी खराबी आने लगती है। संक्षेप में कहें तो ऐसी स्थिति में वाहन मालिक के काम का नहीं रह जाता।
* पूर्व और उत्तर दिशा का उपयोग छोटे वाहनों के लिए किया जा सकता है।
* अगर पार्किंग के लिए उत्तर दिशा में जगह न हो, तो इसके लिए आप दक्षिण-पूर्व दिशा का भी चयन कर सकते हैं।
* पार्किंग के समय वाहन का अगला भाग दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। दक्षिण की ओर खडे़ होने वाले वाहनों के मालिकों को व्यापार या कार्यक्षेत्र में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
* छोटे वाहन यानी स्कूटर, बाइक, साइकिल उन्हें ईशान कोण में पार्क करना चाहिए। घर के कोने में कोई भी वाहन पार्क न करें, क्योंकि इस जगह पर निगेटिव एनर्जी ज्यादा होती है।पर ध्यान रहे कि यह बिल्कुल कोने में न हों और 24 घंटे खड़े न रहें।
* बड़े यानी की कार, जीप जैसे वाहन उत्तर-पूर्वी दिशा में पार्क नहीं करना चाहिए। वास्तु दोष के अनुसार ऐसा करने से आर्थिक नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।वहीं मानसिक परेशानियां भी होंगी। इस ज़ोन में पार्किंग को कवर करने से स्थितियां बिगड़ सकती हैं।
* जो लोग व्यवसाय करते हैं, उन्हें अपने वाहन का अगला भाग उत्तर दिशा की ओर करके गाड़ी पार्क करनी चाहिए। इससे उन्हें व्यापार में अच्छे सौदे करने में मदद मिलेगी, जो लोग नौकरी करते हैं, उन्हें अपने वाहन का अगला भाग पूर्व दिशा की ओर करके पार्क करना चाहिए। इससे उनकी कार्य क्षमता में वृद्धि होगी।
* यदि वाहन का अगला भाग उत्तर पश्चिम दिशा के पश्चिमी कोने की ओर करके पार्किंग की जाती है, तो उस वाहन के स्वामी को ज्यादा समय तक यात्राएं करनी पड़ती हैं। आपको जब कभी महत्वपूर्ण समझौते के लिए जाना हो तो उससे पहले की रात अपने वाहन को अग्रभाग उत्तर या पूर्व दिशा में करके पार्क करें।