वास्तु के अनुसार ऐसा हो आपका लिविंग रूम

वास्तु एक ऐसा शब्द जिसने न सिर्फ इंसान अपितु उसके रहने के स्थान में अपना वो मुकाम बनाया जिसके बिना आज वो चार कदम नहीं चल पाता है। ‘वास्तु’ मूल रूप से ‘वास्तुशास्त्र’ से लिया गया छोटा लेकिन सारगर्भित शब्द है, जिसका उपयोग सिर्फ गृह संबंधी कार्यों में किया जाता है अर्थात् घर प्रवेश, घर का कौन सा कमरा कहाँ, कैसे और किस हालत में होगा, उसे ‘वास्तु’ के अनुसार तैयार किया जाता है। घर में होने को तो कई कमरे होते हैं लेकिन इनमें सबसे महत्त्वपूर्ण कमरा वो होता है जहाँ परिवार के सभी सदस्य 24 घंटे में कम से कम एक बार अवश्य एकत्रित होते हैं। विशेष रूप से यह समय रात्रि भोजन का समय होता है, जहाँ परिजन एक साथ बैठकर भोजन ग्रहण करते हैं।

आधुनिक भाषा में इसे आजकल ‘लिविंग रूम’ अर्थात् ‘रहने का कमरा’ कहा जाता है। यह वह स्थान होता है जहाँ पर परिजनों के परिचित, मित्र, रिश्तेदार इत्यादि आते हैं और बैठते हैं। इस स्थान को सबसे ज्यादा आकर्षक और सुन्दर बनाने का प्रयास किया जाता है। इसे सुन्दर बनाने में अहम् भूमिका टीवी की रहती है। वर्तमान में नई तकनीक से सुसज्जित बड़े-बड़े टीवी लिविंग रूम की शोभा बढ़ाते नजर आते हैं। इस कमरे के चारदीवारी में से एक स्थान पर यह होता है और शेष तीन दीवारों में से दो पर प्रसिद्ध पेंटिंग्स और एक दीवार पर ऐतिहासिक स्टाइल की घड़ी नजर आती है। वैसे घड़ी आजकल कम प्रयोग में ली जाती है, उस स्थान को खाली छोड़ दिया जाता है।

*किसी के भी घर का लिविंग रूम उस घर में रहने वाले लोगों के स्वभाव का परिचायक होता है। यह किसी भी घर का केंद्र होता है जिसे अच्छे से सजाया जाता है, क्योंकि इस कमरे में मेहमानों का आगमन होता है और उनका स्वागत किया जाता है।

*लिविंग रूम सिर्फ सजावट का केंद्र या मेहमानों का स्वागत या फिर कह सकते हैं कि बोलचाल के लिए ही नहीं होते। अपितु आप वास्तु की मदद से इसे तैयार करके घर में सुख, शान्ति और अपनेपन का माहौल पैदा कर सकते हैं। आइए बताते हैं किस तरह से आपके लिविंग रूम को आकर्षक बनाया जा सकता है—

*आदर्श स्थान
वास्तुशास्त्र के हिसाब से आपके लिविंग रूम का आदर्श स्थान आपके घर की दिशा पर निर्भर करता है। उत्तर या पूर्व की ओर मुंह किये हुए घर के लिए लिविंग रूम उत्तर पूर्वी दिशा में होना चाहिए। इसी तरह पश्चिम की तरफ मुंह किये हुए घर के लिए लिविंग रूम उत्तर पश्चिमी दिशा में होना चाहिए। अगर आपका घर दक्षिण की तरफ हो तो आपका लिविंग रूम दक्षिण पूर्वी दिशा की तरफ होना चाहिए।

*आप घर के सोफे को दक्षिण या पश्चिम की दीवारों की तरफ रख सकते हैं, पर ये उन्हें छूना नहीं चाहिए। फर्नीचर को इस तरह घर में लगाएं कि इससे आपको लिविंग रूम से अन्य कमरों में जाने में कोई परेशानी ना हो। सामान बिखरा हुआ नहीं होना चाहिए। अगर हो सके तो फर्श पर या किसी टेबल पर एक पोडियम लैंप रखने का प्रयास करें, जिसमें लाल या पीली रोशनी जलती हो। यह रोशनी दक्षिण पूर्वी दिशा की तरफ पडऩे वाले सामानों पर पडऩी चाहिए।

*लिविंग रूम में पानी उत्तर दिशा की तरफ ही रखें। यह एक छोटा पानी का झरना हो सकता है जो सारा दिन चलता रहे। जो झरने प्राकृतिक उत्पादों जैसे कॉपर, पत्थर, कांच, मिट्टी, स्टेनलेस स्टील और बैम्बू लिविंग रूम के लिए अच्छे होते हैं। अपने कमरे में उत्तर की तरफ एक छोटा सा मछलियों का एक्वेरियम भी रखें, जिसमें 1 परिवार की 7 मछलियाँ, लाल और सुनहरी तथा अलग परिवारों की दो मछलियाँ हों।

*अगर आप टेलीविजन को लिविंग रूम में रखना चाहते हैं तो इसे इस तरह रखें कि यह कमरे के पूर्वी या उत्तरी कोने में रहे। आप कमरे के पूर्वी या दक्षिण पूर्वी कोने से बिजली प्राप्त कर सकते हैं। बिजली से चलने वाले अन्य सामान जैसे एयर कंडीशनर, एयर कूलर तथा ऑडियो सिस्टम भी लिविंग रूम में रखे जा सकते हैं और इनकी बिजली पूर्वी या दक्षिण पूर्वी दिशा से निकाली जा सकती है।

*फर्नीचर का मुंह किसी प्रकार के बाहर निकले हुए या घिसे हुए कोने के सामने नहीं रहना चाहिए। इससे कई तरह की परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। इन्हें ढकने के लिए इनके सामने ऐसे घरेलू पौधे लगाएं जिनमें कांटे ना हों।

*आप लिविंग रूम में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए कलाकृतियों का प्रयोग कर सकते हैं। लिविंग रूम की उत्तरी दीवारों पर लम्बी दूरी के जल के स्त्रोतों की तस्वीर लगाएं, जिसमें पानी के गुणों का वर्णन सामने आ सके। ऐसी कलाकृतियों से परहेज करें जिसमें मृत्यु, हिंसा या जीवन की अन्य नकारात्मक परिस्थितियों का उल्लेख हो।

*घर का फर्नीचर हमेशा पश्चिमी या दक्षिणी दिशा में रखा जाना चाहिए। इसका आकार चौकोर या समकोण पर अंडाकार, गोलाकार या किसी अन्य अजीब आकार में नहीं होना चाहिए।

*एयर कंडीशनर्स को घर की पश्चिमी या उत्तरी दीवारों पर रखा जाना आवश्यक है। घर के टेलीफोन दक्षिण पश्चिमी कोने में रखे जाने चाहिए। एक्वेरियम लिविंग रूम के उत्तर पूर्वी कोने में रखे जाने चाहिए।

*कमरे में वाटर वॉल या उगते सूरज की तस्वीर लगाने से कमरे में सकारात्मक ऊर्जा आती है। लिविंग रूम का दरवाजा पूर्वी या उत्तरी दिशा में होना चाहिए क्योंकि इस दिशा में दरवाजों का होना काफी शुभ माना जाता है। पूर्वी और उत्तरी दिशा में खिडकियों का होना काफी अच्छा माना जाता है।

*सरल वास्तु, घर के मुखिया को हमेशा लिविंग रूम के दक्षिण पश्चिमी कोने में उत्तर या पूर्वी दिशा की ओर मुंह करके ही बैठना चाहिए। मेहमानों के बैठने की व्यवस्था दक्षिण पश्चिमी या उत्तर पश्चिमी दिशा में होनी चाहिए, जिससे वे पश्चिमी या दक्षिणी दिशा की ओर मुंह करके बैठ सकें।

*प्रवेश द्वार के ऊपर भगवान् की मूर्तियाँ नहीं रखी जानी चाहिए। आप प्रवेश द्वार के ऊपर या सवार के बाहरी तरफ गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर रख सकते हैं। लिविंग रूम का रंग नीलाए सफेद, पीला या हरा होना चाहिए। लिविंग रूम में काले या लाल रंग से परहेज करें क्योंकि काला रंग शुभ नहीं होता है।